नई दिल्ली, 14 सितम्बर : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस उप-निरीक्षकों (जेकेपीएसआई) की परीक्षा में अनियमितताओं के संबंध में देश भर में 36 स्थानों पर छापेमारी के बाद आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य बरामद किए. जम्मू, श्रीनगर, करनाल, महेंद्रगढ़ और हरियाणा के रेवाड़ी, गुजरात के गांधीधाम, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और बेंगलुरु में 36 स्थानों पर छापे मारे गए. जम्मू और कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (जेकेएसएसबी) के पूर्व अध्यक्ष खालिद जहांगीर के परिसरों में तलाशी ली गई. अशोक कुमार मान, तत्कालीन नियंत्रक और एक परीक्षक, साथ ही एक डीएसपी सहित जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के कुछ अधिकारियों पर छापेमारी गई.
सीबीआई ने 3 अगस्त को जम्मू-कश्मीर सरकार के अनुरोध पर 33 आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ मार्च में जेकेएसएसबी द्वारा आयोजित जम्मू-कश्मीर पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के पद के लिए लिखित परीक्षा में अनियमितता के आरोप में मामला दर्ज किया था. परिणाम 4 जून को घोषित किए गए थे. परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगे थे. जम्मू-कश्मीर सरकार ने मामले की जांच के लिए एक जांच समिति गठित की थी. यह आरोप लगाया गया था कि जेकेएसएसबी, बेंगलुरु स्थित एक निजी कंपनी, लाभार्थी उम्मीदवारों और अन्य के बीच एक साजिश रची गई थी, जिससे उप-निरीक्षकों के पद के लिए लिखित परीक्षा के संचालन में घोर अनियमितता हुई. यह भी पढ़ें : ओडिशा में ट्रक चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, नौ लोग गिरफ्तार
जम्मू, राजौरी और सांबा जिलों से चयनित उम्मीदवारों का प्रतिशत असामान्य रूप से उच्च था. जेकेएसएसबी द्वारा नियमों का उल्लंघन बेंगलुरु स्थित निजी कंपनी को प्रश्न पत्र सेट करने का कार्य सौंपने में पाया गया. इससे पहले 5 अगस्त को जम्मू, श्रीनगर और बेंगलुरु सहित 30 स्थानों पर आरोपी व्यक्तियों के परिसरों में तलाशी ली गई थी. जांच में पता चला है कि इच्छुक उम्मीदवारों द्वारा परीक्षा शुरू होने से पहले प्रश्न पत्र तक पहुंचने के लिए आरोपी को 20 से 30 लाख रुपये का कथित भुगतान किया गया था.