CBI घूसकांडः अंदरूनी जंग पर ब्रेक लगाने के लिए आलोक-राकेश की छुट्टी, नागेश्वर राव को मिली कमान
देश की प्रमुख जांच एजेंसी सीबीआई यानी सेंट्रल ब्यूरो ऑफ़ इन्वेस्टिगेशन में मची रार को शांत करने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया गया है.
नई दिल्ली: देश की प्रमुख जांच एजेंसी सीबीआई यानी सेंट्रल ब्यूरो ऑफ़ इन्वेस्टिगेशन में मची रार को शांत करने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया गया है. केंद्र सरकार के आदेश के बाद सीबीआई हेडक्वार्टर स्थित आलोक वर्मा के और राकेश अस्थाना के ऑफिस को भी सील कर दिया गया है.
अधिकारिक नोटिफिकेशन के मुताबिक एम नागेश्वर राव को सीबीआई का नया कार्यवाहक निदेशक नियुक्त किया गया है. सीबीआई की ओर से मंगलवार को निर्देश जारी किया गया है उसमे कहा गया है कि स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को तमाम जिम्मेदारियों से तत्काल प्रभाव से मुक्त किया जाता है.
एम नागेश्वर राव वर्तमान समय में एम नागेश्वर राव सीबीआई में ही संयुक्त निदेशक के पद पर कार्यरत हैं. बता दें कि आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना के बीच पिछले कई महीनों से जारी विवाद कोर्ट तक पहुंच चूका है. दोनों अधिकारियों ने एक दूसरे के खिलाफ भ्रष्टाचार और अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं.
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पिछले दिनों सीबीआई ने भ्रष्टाचार के एक मामले में अस्थाना के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की और इस सिलसिले में अपने ही डीएसपी देवेंद्र कुमार को गिरफ्तार भी किया. मीट कारोबारी मोइन कुरैशी से जुड़े मामले में जांच अधिकारी रहे कुमार पर कारोबारी सतीश साना के बयान दर्ज करने में धोखाधड़ी के आरोप हैं. साना ने आरोप लगाया था कि उन्होंने इस मामले में राहत पाने के लिए रिश्वत दी थी.
अस्थाना पर मोईन कुरैशी मामले में घूस लेने का आरोप लगा था, जिसके बाद से ही वह लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं. सरकारी सूत्रों के अनुसार अस्थाना ने 24 अगस्त को कैबिनेट सचिव को एक विस्तृत पत्र लिखकर सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के 10 मामले गिनाए थे.