अलीगढ़, 15 मई : नगर निगम ने आरटीआई से मिले एक जवाब के बाद कहा कि अलीगढ़ जिले के ऊपरकोट में स्थित जामा मस्जिद का निर्माण सार्वजनिक संपत्ति पर किया गया है. अब इसको लेकर एक स्थानीय भाजपा नेता ने इसके विध्वंस की मांग की है. आरटीआई कार्यकर्ता केशव देव शर्मा ने जामा मस्जिद के बारे में अलीगढ़ के नगर निगम के साथ आरटीआई दायर किया था.
निगम ने जवाब में कहा है कि ऊपरकोट पर 300 साल पहले जामा मस्जिद का निर्माण सार्वजनिक जगह पर हुआ था. भारतीय जनता पार्टी के एक राजनेता और पूर्व मेयर शकुंतला भारती ने कहा, "जो अवैध है, वह अवैध है. चाहे वह जामा मस्जिद हो या कुछ भी, इसे तोड़ा जाना चाहिए. जिसने भी आरटीआई दायर किया है, जो तथ्य सामने आए हैं वह सच है. और नगर निगम यह भी कह रहा है कि यह अवैध है, इसलिए विध्वंस अगला कदम है." यह भी पढ़ें : Karnataka: यूपी की तर्ज पर कर्नाटक के मदरसों में भी हो ‘राष्ट्रगान’ अनिवार्य
उन्होंने आगे कहा, "हम इस बारे में सरकार को एक पत्र भी लिखेंगे. हम मुख्यमंत्री को सूचित करेंगे कि आरटीआई के आधार पर जो तथ्य सामने आए हैं और जो नगर निगम कह रहा है, उसे बहुत जल्द माना जाना चाहिए और जो अवैध है, उसे तोड़ा जाना चाहिए." इस बीच, पूर्व एसपी विधायक जमिर उल्लाह ने दावा किया कि जब मस्जिद 1728 में बनाया गया था, तब नगर निगम और भाजपा नहीं थे. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा इस तरह के मुद्दों का उपयोग वास्तविक चिंताओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए कर रही है.