
Credit Card Charges: क्रेडिट कार्ड बड़ी खरीदारी करने, आकर्षक रिवॉर्ड्स कमाने और अपना क्रेडिट स्कोर बनाने के लिए एक बेहतरीन ज़रिया हो सकता है. एक अच्छा क्रेडिट स्कोर भविष्य में आपको आसानी से लोन दिलाने में मदद करता है. लेकिन, सिक्के का दूसरा पहलू भी है. कई क्रेडिट कार्ड ऐसे शुल्कों के साथ आते हैं, जो आपके खर्च को बढ़ा सकते हैं और आपको कर्ज के जाल में फंसा सकते हैं.
आइए समझते हैं कि क्रेडिट कार्ड पर किस-किस तरह के चार्ज लग सकते हैं और क्या ये वाकई आपके लिए फायदेमंद हैं.
तरह-तरह के शुल्क
क्रेडिट कार्ड पर सिर्फ़ सालाना फीस ही नहीं, बल्कि कई और तरह के चार्ज भी होते हैं, जैसे:
- सालाना फीस (Annual Fees): यह सबसे आम और महंगा शुल्क है. यह ₹499 से शुरू होकर ₹5,000 या उससे भी ज़्यादा हो सकता है. बैंक यह फीस लेने के बदले में आपको जॉइनिंग बोनस, एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस, फ्यूल सरचार्ज में छूट और रिवॉर्ड पॉइंट्स जैसे फायदे देने का दावा करते हैं. लेकिन ये फायदे तभी काम के हैं, जब आप उनका इस्तेमाल करें. वरना सालाना फीस सिर्फ़ एक अतिरिक्त बोझ है.
- छिपे हुए शुल्क (Hidden Charges): कई ऐसे चार्ज होते हैं जिन पर शुरुआत में हमारा ध्यान नहीं जाता. जैसे:
- लेट पेमेंट फीस: अगर आप तय तारीख तक बिल नहीं चुकाते हैं, तो आपको ₹100 से लेकर ₹1,300 तक की पेनल्टी, GST और बकाया रकम पर भारी ब्याज देना पड़ सकता है.
- ओवर-लिमिट फीस: अगर आप अपनी क्रेडिट लिमिट से ज़्यादा खर्च कर देते हैं, तो ज़्यादा खर्च की गई रकम पर 2.5% से 3% तक का चार्ज लग सकता है.
- कैश एडवांस फीस: क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने पर निकाली गई रकम का लगभग 2.5% तक शुल्क लगता है. साथ ही, इस पर पहले दिन से ही ब्याज लगना शुरू हो जाता है.
- अन्य शुल्क: इनके अलावा कार्ड बदलवाने की फीस, विदेश में ट्रांजैक्शन करने पर लगने वाला चार्ज और रिवॉर्ड पॉइंट्स को भुनाने (redeem) पर लगने वाला चार्ज भी शामिल हो सकता है.
क्या सालाना फीस वसूल हो रही है?
यह जानना ज़रूरी है कि क्या आप सालाना फीस के बदले मिलने वाले फायदों का पूरा इस्तेमाल कर पा रहे हैं? खुद से पूछिए: क्या आप हर साल एयरपोर्ट लाउंज का इस्तेमाल करते हैं? क्या आप पार्टनर ब्रांड्स से इतनी खरीदारी करते हैं कि आपको मिलने वाला डिस्काउंट आपकी सालाना फीस से ज़्यादा हो? अगर इन सवालों का जवाब 'नहीं' है, तो आप बेवजह अपनी जेब पर बोझ डाल रहे हैं.
घटते रिवॉर्ड्स और फायदे
हाल के दिनों में एक और बदलाव देखने को मिला है. कई बैंकों ने अपने रिवॉर्ड प्रोग्राम को कम कर दिया है. पहले जहां बिजली-पानी के बिल, बीमा प्रीमियम और वॉलेट में पैसे डालने पर भी रिवॉर्ड पॉइंट्स मिलते थे, वहीं अब कई कार्ड्स ने इन खर्चों को रिवॉर्ड्स की लिस्ट से बाहर कर दिया है.
उदाहरण के लिए, HDFC बैंक अब ऑनलाइन स्किल-गेमिंग पर किए गए खर्च पर 1% का शुल्क लेगा और इस पर कोई रिवॉर्ड पॉइंट भी नहीं देगा.
तो आपको क्या करना चाहिए?
क्रेडिट कार्ड लेने से पहले इन बातों पर ज़रूर गौर करें:
- जरूरत को समझें: सोचें कि आपको क्रेडिट कार्ड की ज़रूरत क्यों है. क्या आप सिर्फ़ रिवॉर्ड्स के लिए कार्ड ले रहे हैं या आपको सच में इसकी ज़रूरत है?
- सभी शुल्कों की तुलना करें: किसी भी कार्ड को फाइनल करने से पहले उसकी सालाना फीस, ब्याज दर और अन्य छिपे हुए शुल्कों के बारे में अच्छी तरह से जान लें.
- फायदे का आकलन करें: यह देखें कि कार्ड पर मिलने वाले फायदे (जैसे- लाउंज एक्सेस, डिस्काउंट, रिवॉर्ड्स) आपके खर्च करने की आदतों से मेल खाते हैं या नहीं.
याद रखें, अगर आप सालाना हजारों रुपये की फीस भर रहे हैं, लेकिन उसके बदले मिलने वाले फायदों का इस्तेमाल नहीं कर रहे, तो उस क्रेडिट कार्ड का कोई मतलब नहीं है. समझदारी इसी में है कि आप एक ऐसा कार्ड चुनें जो आपकी ज़रूरतों के हिसाब से हो और आपकी जेब पर भारी न पड़े.