PM-Kusum Scheme Fraud: धोखाधड़ी से बचें! पीएम-कुसुम योजना के नाम पर हो रही ठगी, ₹8,000 रुपये का लग सकता है चूना
सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM-KUSUM) योजना के नाम से एक फर्जी पत्र तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके जरिए 8,000 रुपये का रजिस्ट्रेशन शुल्क मांगा जा रहा है.
PM-Kusum Scheme Fraud: सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM-KUSUM) योजना के नाम से एक फर्जी पत्र तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके जरिए 8,000 रुपये का रजिस्ट्रेशन शुल्क मांगा जा रहा है. प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) की फैक्ट चेक यूनिट ने इस दावे को खारिज करते हुए इसे फर्जी करार दिया है. PIB ने बताया कि योजना से जुड़ी असली जानकारी और प्रक्रियाएं राज्य सरकारों के संबंधित विभागों द्वारा संचालित की जाती हैं.
योजना से जुड़ी जानकारी के लिए आप PM-KUSUM पोर्टल pmkusum.mnre.gov.in पर जा सकते हैं या टोल-फ्री नंबर 18001803333 पर संपर्क कर सकते हैं.
क्या है पीएम-कुसुम योजना?
प्रधानमंत्री कुसुम योजना का उद्देश्य किसानों को सौर ऊर्जा का लाभ प्रदान करना है. इस योजना के तहत खेतों में सौर ऊर्जा आधारित पंप स्थापित करने पर सब्सिडी मिलती है. इसके तहत किसान भाई 2 मेगावाट तक का सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित कर सकते हैं. साथ ही खेती के पंपों का सोलराइजेशन किया जा सकता है.
फर्जी वेबसाइट्स और मैसेज से सावधान
मंत्रालय ने देखा है कि कुछ वेबसाइट्स और व्हाट्सएप संदेश लोगों को गुमराह कर रहे हैं. ये फर्जी प्लेटफॉर्म आवेदन शुल्क और व्यक्तिगत जानकारी मांगते हैं. मंत्रालय ने ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए इन बातों पर जोर दिया है:
- किसी भी अनाधिकृत वेबसाइट पर पैसे जमा न करें
- संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें
- योजना से संबंधित जानकारी के लिए केवल आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
अगर आपको भी पीएम-कुसुम योजना के नाम पर कोई संदिग्ध पत्र या लिंक मिला है, तो सावधान रहें. योजना से जुड़ी असली जानकारी के लिए केवल आधिकारिक पोर्टल पर भरोसा करें.