श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में बुधवार को आतंकवादियों की तलाश के लिए चलाए जा रहे अभियान में सेना के एक कैप्टन शहीद हो गए. इस मुठभेड़ में शहीद हुए कैप्टन दीपक सिंह भारतीय सेना के 16 कॉर्प्स से थे. कैप्टन दीपक सिंह ने इस अभियान का नेतृत्व करते हुए अपनी जान की बाजी लगा दी. मुठभेड़ के दौरान उन्हें गोली लग गई, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मुठभेड़ में शायद चार आतंकवादी मारे गए हैं.
स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले हुई इस मुठभेड़ में एक नागरिक भी घायल हो गया. अधिकारियों ने बताया कि शिवगढ़-अस्सार पट्टी में छिपे आतंकवादियों की तलाश करने के लिए सुरक्षाबलों और पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर संयुक्त तलाश अभियान शुरू किया और इस दौरान घने जंगलों वाले इलाके में उनके बीच मुठभेड़ शुरू हो गई. उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में युवा कैप्टन गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें सैन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली.
अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से चार बैग मिले हैं जिनमें खून लगा है. इससे यह समझा जा रहा है कि मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए हैं. साथ ही वहां से एम-4 कार्बाइन भी बरामद की गई हैं. एक अधिकारी ने बताया कि आतंकवादी अस्सार पट्टी में एक नदी के किनारे छिपे हुए हैं.
मुठभेड़ में कैप्टन दीपक सिंह शहीद
All Ranks of #WhiteKnightCorps salute the supreme #sacrifice of #Braveheart Capt Deepak Singh who succumbed to his injuries.#WhiteKnightCorps offers deepest condolences and stands firm with the bereaved family in this hour of grief.@adgpi@NorthernComd_IA pic.twitter.com/kc6SIczb3S
— White Knight Corps (@Whiteknight_IA) August 14, 2024
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच संक्षिप्त मुठभेड़ होने के बाद आतंकवादी उधमपुर जिले के पटनीटॉप के निकट जंगल से डोडा में घुस आए. अधिकारियों के अनुसार, उधमपुर में मंगलवार शाम करीब छह बजे सुरक्षाबलों को आतंकवादियों की मौजूदगी का पता चला था. आधे घंटे बाद उनके बीच मुठभेड़ शुरू हो गई.
सुरक्षाबलों ने रातभर में इलाके को चारों ओर से घेर लिया. अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने आज सुबह फिर से तलाश अभियान शुरू किया. आज सुबह करीब 7.30 बजे पुन: आतंकवादियों और जवानों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई.