नई दिल्ली: दशहरे के दिन पंजाब के अमृतसर में हुए दर्दनाक हादसे में रेलवे सुरक्षा मुख्य आयुक्त (सीसीआरएस) जांच के बाद निष्कर्ष पर पहुंचा है. सीसीआरएस ने अपनी रिपोर्ट में हादसे की वजहें गिनाई हैं. रिपोर्ट में हादसे के लिए सीधे तौर पर ट्रैक पर मौजूद लोगों को ही जिम्मेदार ठहराया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, 'हादसे की मुख्य वजह उन लोगों की लापरवाही थी जो ट्रैक पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे. लोगों को लापरवाह बताने का सीधा मतलब यह है कि रेल हादसे में ट्रेन के ड्राइवर, गार्ड समेत अन्य रेल कर्मियों को क्लीन चिट दे दी गई है और रावण दहन देखने आए लोगों ही इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं. हालांकि अभी यह रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हुई है
सूत्रों के मुताबिक सीसीआरएस ने यह भी सिफारिश की, कि रेल प्रशासन को जिला प्रशासन, आयोजकों द्वारा मेला, रैली जैसी बड़े कार्यक्रमों को आयोजित करने से पहले सूचना दी जानी चाहिए ताकि रेलवे इसके लिए आवश्यक सावधानी बरत सके.
CCRS also recommended that prior intimation to railway administration should be given by the district administration/organizers to hold big events like mela/rally so that railway can take proper precautions in consultation with stakeholders: Sources #AmritsarTrainAccident https://t.co/brKwT56JK6
— ANI (@ANI) November 22, 2018
गौरतलब है कि अमृतसर के जौड़ा फाटक के पास 19 अक्टूबर की शाम को एक बड़ा रेल हादसा हुआ था. उस शाम जब रावण दहन हुआ तो रावण दहन के दौरान पटाखे की गूंज की वजह से लोग ट्रेन के हॉर्न की आवाज नहीं सुन सके. रावण के जलने के दौरान आग की लपटें तेज होने की वजह से लोग दशहरा स्थल से रेल पटरी पर जाकर नजारा देखने लगे. उसी दौरान वहां ट्रेन आ गई इससे पहले कि लोग कुछ समझते, ट्रेन बुरी तरह लोगों को कुचलते हुए निकल गई. हादसे में 61 लोगों की मौत हुई थी.