IAF उपप्रमुख रघुनाथ नांबियार ने फ्रांस में उड़ाया भारत के लिए बना पहला राफेल विमान
उप प्रमुख एयर मार्शल रघुनाथ नांबियार ने फ्रांस के इसट्रेस एयर बेस से विमान के कॉकपिट में बैठकर उड़ान भरी. बता दें कि भारत को 36 राफेल विमान फ्रांस अगले 67 महीनों में देगा. जिसकी अगले साल सितंबर से होगी
नई दिल्ली. भारतीय वायु सेना के उप प्रमुख एयर मार्शल रघुनाथ नंबियार ने गुरुवार को फ्रांस जाकर भारत के लिए निर्मित पहले राफेल लड़ाकू विमान को दसाल्ट एविएशन के राफेल लड़ाकू विमान को उड़ाया. अत्याधुनिक सुविधाओं और तंत्र से लैस इस विमान का अगले साल सितंबर में भारत आना शुरू हो जाएगा. फ्रांस में राफेल विमान तैयार करने और उसमें हथियार प्रणाली शामिल करने में दसाल्ट एविएशन की मदद करने के लिए IAF की एक टीम पहले से ही फ्रांस में मौजूद है.
उप प्रमुख एयर मार्शल रघुनाथ नांबियार ने फ्रांस के इसट्रेस एयर बेस से विमान के कॉकपिट में बैठकर उड़ान भरी. बता दें कि भारत को 36 राफेल विमान फ्रांस अगले 67 महीनों में देगा. जिसकी अगले साल सितंबर से होगी. इसके अलावा बाकी के विमान 30 महीनों में भारत आ जाएंगे. सितंबर 2016 में भारत-फ्रांस के बीच 36 राफेल लड़ाकू विमानों के लिए डील हुई. भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ाने के लिए राफेल को महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
कांग्रेस ने मांगा निर्मला सीतारमण इस्तीफा
कांग्रेस राफेल डील को लेकर लगातार केंद्र सरकार पर हमला कर रही है. जिसके बाद आरोप-प्रत्यारोप दौर जारी है. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर राफेल लड़ाकू विमानों के मामले में देश को गुमराह करने का आरोप लगाया और उनके इस्तीफे की मांग की है.
कांग्रेस की यह टिप्पणी हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के पूर्व प्रमुख टी. सुवर्णा राजू द्वारा निर्मला सीतारमण के उन दावों को खारिज करने के बाद आई है, जिसमें निर्मला ने कहा था कि सरकारी स्वामित्व वाली एचएएल के पास लड़ाकू जेट राफेल को बनाने की क्षमता नहीं है.