Agnipath Protests: अग्निपथ स्कीम से क्यों भड़के हुए हैं देश के युवा, जानें सभी बड़ी बातें

केंद्र की अग्निपथ भर्ती योजना के तहत इस वर्ष 46 हजार युवाओं को सहस्त्र बलों में शामिल किया जाना है. योजना के तहत युवाओं को चार साल के लिए भर्ती किया जाएगा और उन्हें 'अग्निवीर' कहा जाएगा. अग्निवीरों की आयु 17 से 23 वर्ष के बीच होगी और वेतन 30-40 हजार प्रति माह होगा.

Agnipath Protests (Photo: Twitter)

Agnipath Scheme Protest: सेना में भर्ती की नई स्कीम 'अग्निपथ योजना' (Agnipath Scheme) का विरोध जारी है. शुक्रवार सुबह यूपी-बिहार में युवाओं ने हिंसक विरोध प्रदर्शन किया. युवाओं ने यहां कई ट्रेनों को फूंक दिया गया है. बिहार के अलग-अलग शहरों के साथ-साथ यूपी के बलिया में भी युवा सड़कों पर आ गए हैं. बिहार में शुरू हुआ विरोध अब उत्तर प्रदेश, हरियाणा और मध्य प्रदेश में फैल गया है. बिहार के छपरा, जहानाबाद, मुंगेर और नवादा से हिंसा की खबरें आई हैं. केंद्र सरकार की इस नई योजना का राजनीतिक दल भी विरोध कर रहे हैं. Agnipath Scheme: 4 साल बाद क्या करेंगे अग्निवीर? सरकार ने दिए तमाम सवालों के जवाब.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चार साल के लिए सशस्त्र बलों में युवाओं की भर्ती के लिए 14 जून को 'अग्निपथ' नाम से एक भर्ती योजना शुरू करने की घोषणा की. योजना के तहत चुने गए युवाओं को 'अग्निवीर' कहा जाएगा और इस साल लगभग 46,000 युवाओं को सहस्त्र बलों में शामिल करने की योजना है. हालांकि केंद्र सरकार के इस ऐलान के बाद देश के अलग-अलग राज्यों में इसको लेकर असंतोष है.

क्या है स्कीम

केंद्र की अग्निपथ भर्ती योजना के तहत इस वर्ष 46 हजार युवाओं को सहस्त्र बलों में शामिल किया जाना है. योजना के तहत युवाओं को चार साल के लिए भर्ती किया जाएगा और उन्हें 'अग्निवीर' कहा जाएगा. अग्निवीरों की आयु 17 से 23 वर्ष के बीच होगी और वेतन 30-40 हजार प्रति माह होगा. योजना के तहत भर्ती किए गए युवाओं में से 25 प्रतिशत को सेना में और अवसर मिलेगा और शेष 75 प्रतिशत को नौकरी छोड़नी होगी.

चार साल की सेवा के बाद अग्निवीर क्या करेंगे? केंद्र ने दिया जवाब

केंद्र सरकार ने गुरुवार को दिन भर इस योजना के खिलाफ भारी विरोध के बीच अग्निपथ योजना के लिए ऊपरी आयु सीमा 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी. 2022 के लिए प्रस्तावित भर्ती चक्र के लिए आयु में छूट केवल एक बार दी जाएगी.

युवा वर्ग क्यों कर रहा है विरोध

देश के कई राज्यों में युवा इस योजना का विरोध कर रहे हैं. बिहार में सबसे ज्यादा विरोध प्रदर्शन हुए हैं. सेना में भर्ती होने की तैयारी कर रहे युवाओं का यह कहना है कि वे कई वर्षों तक कड़ी मेहनत करते हैं और सेना में भर्ती होने की तैयारी करते हैं. ऐसे में वे चार साल की नौकरी स्वीकार नहीं करते. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने सरकार से इस भर्ती योजना को तुरंत वापस लेने की अपील की है.

प्रदर्शनकारियों द्वारा नौकरी की सुरक्षा और पेंशन दो प्रमुख मुद्दों का हवाला दिया जा रहा है. पिछली प्रणाली के तहत, सैनिक 17 साल की अवधि के लिए शामिल हुए, जिसे कुछ कर्मियों के लिए बढ़ाया जा सकता था, और इसके परिणामस्वरूप आजीवन पेंशन प्राप्त हुई. हालांकि, नई योजना में अधिकांश के लिए सिर्फ चार साल के कार्यकाल की परिकल्पना की गई है, और अग्निवीर पेंशन लाभ के लिए पात्र नहीं होंगे.

पिछले 24 घंटों में, विरोध प्रदर्शन जम्मू, हरियाणा, मध्य प्रदेश और बिहार के कई अन्य हिस्सों में फैल गया है. हरियाणा में, प्रदर्शनकारियों ने गुरुग्राम-जयपुर राजमार्ग पर यातायात को बाधित करते हुए बस स्टैंड और सड़कों पर घेराबंदी कर दी. बिहार में, नाराज उम्मीदवारों ने रेलवे ट्रैक को अवरुद्ध कर दिया, रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और सड़कों पर जलते टायर फेंके. ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर 1,000 लोगों की भीड़ ने पुलिस को लाठीचार्ज करने के लिए मजबूर कर संपत्ति में तोड़फोड़ की.

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