JNU हिंसा: मामले की जांच करने के लिए 5 सदस्यीय टीम का किया गया गठन

देश की राजधानी दिल्ली स्थित प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में पांच जनवरी को हुए हिंसा के खिलाफ प्रशासन ने इस मामले की जांच करने के लिए पांच सदस्यीय टीम का गठन किया है. बता दें कि बीते रविवार को देर शाम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और लेफ्ट के छात्र आपस में भीड़ गए थे.

JNU में पुलिसबल तैनात (Photo Credits: ANI )

JNU हिंसा: देश की राजधानी दिल्ली स्थित प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University) में पांच जनवरी को हुए हिंसा के खिलाफ प्रशासन ने इस मामले की जांच करने के लिए पांच सदस्यीय टीम का गठन किया है. बता दें कि बीते रविवार को देर शाम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad) और लेफ्ट के छात्र आपस में भीड़ गए थे. वहीं इस मामले में दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात का दावा किया कि हिंसा में शामिल आइशी घोष समेत आठ अन्य छात्रों की पहचान की जा चुकी है.

वहीं शनिवार को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की विशेष जांच टीम (SIT) ने अबतक और 50 लोगों की पहचान किए जानें की पुष्टि की है. एसआईटी ने 'यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट' नाम के एक व्हाट्सऐप ग्रुप के जरिए 37 लोगों की पहचान की है, जबकि 9 लोगों की पहचान पोस्टर से की गई है. इन लोगों के अलावा चार और लोगों की पहचान की गई है. दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के अनुसार इस व्हाट्सऐप ग्रुप में 60 सदस्य शामिल थे.

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खबर के अनुसार इस ग्रुप में करीब 10 ऐसे लोग शामिल थे, जिनका विश्वविद्यालय से कोई संबंध नहीं था. यानी की हिंसा में शामिल यह लोग कैंपस से संबंध नहीं रखते हैं. जांच के सामने आया है कि दोनों ग्रुप यानी लेफ्ट और राइट ने हिंसा में बाहरी लोगों की मदद ली.

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