भारत में 5जी स्मार्टफोन इंस्टाल बेस 5 करोड़ के पार

भारत में 5जी युग की तैयारी के बीच, 5जी क्षमताओं वाले स्मार्टफोन का आधार 5 करोड़ को पार कर गया है. शुक्रवार को एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है. दूसरी तिमाही में 5जी स्मार्टफोन शिपमेंट शेयर कुल शिपमेंट का 29 प्रतिशत तक पहुंच गया, जो अब तक का सबसे अधिक है.

5G Spectrum Auction (Photo: Pixabay)

नई दिल्ली, 29 जुलाई : भारत में 5जी युग की तैयारी के बीच, 5जी क्षमताओं वाले स्मार्टफोन का आधार 5 करोड़ को पार कर गया है. शुक्रवार को एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है. दूसरी तिमाही में 5जी स्मार्टफोन शिपमेंट शेयर कुल शिपमेंट का 29 प्रतिशत तक पहुंच गया, जो अब तक का सबसे अधिक है. शोध विश्लेषक शिल्पी जैन ने कहा, "5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी और व्यावसायिक उपलब्धता से यूजर्स के बीच 5जी स्मार्टफोन अपनाने में तेजी आएगी. सरकार 5जी स्पेक्ट्रम के लिए 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की नीलामी के साथ 5जी तकनीक पेश करने में नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है.

काउंटरपॉइंट की मार्केट मॉनिटर सेवा के लेटेस्ट शोध के अनुसार, अप्रैल-जून तिमाही के दौरान भारत का कुल स्मार्टफोन आधार 600 मिलियन (60 करोड़) को पार कर गया, क्योंकि शिपमेंट 9 प्रतिशत (ऑन-ईयर) बढ़ा, लेकिन 5 प्रतिशत (ऑन-क्वार्टर) गिरकर लगभग 37 मिलियन यूनिट तक पहुंच गया. वार्षिक वृद्धि मुख्य रूप से दूसरी कोविड-19 लहर के कारण 2021 की दूसरी तिमाही में निचले आधार से प्रेरित थी. यह भी पढ़ें : कोविड-19 एक अप्रत्याशित वैश्विक महामारी है, जिसका भारत ने आत्मविश्वास से सामना किया: मोदी

त्रैमासिक गिरावट उपभोक्ता मांग को प्रभावित करने वाले मैक्रोइकॉनॉमिक हेडविंड के कारण थी. वरिष्ठ शोध विश्लेषक प्रचिर सिंह ने कहा, "उपभोक्ता नई खरीदारी करने के बजाय अपने डिवाइस की मरम्मत करना या नवीनीकृत खरीदना पसंद कर रहे हैं. यह प्रवृत्ति प्रवेश और बजट खंडों में अधिक दिखाई दे रही है. मांग में इस गिरावट के कारण, लगभग सभी ब्रांड इन्वेंट्री मुद्दों का सामना कर रहे हैं." जून के अंत में, भारत का स्मार्टफोन बाजार 10 सप्ताह से अधिक की इन्वेंट्री पर बैठा था, जो सामान्य इन्वेंट्री आकार के दोगुने से अधिक है.

रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है, "अपना खुद का ई-स्टोर, आईफोन एसई 2022 और अन्य मॉडलों पर ऑफर आने से आने वाली तिमाहियों में एप्पल के शिपमेंट को और बढ़ावा मिलेगा." स्मार्टफोन रिटेल एएसपी (औसत बिक्री मूल्य) में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो उच्च मूल्य खंडों की बढ़ती हिस्सेदारी से प्रेरित था. भारत का समग्र मोबाइल हैंडसेट बाजार 6 प्रतिशत (वर्ष दर वर्ष) बढ़ा, लेकिन तिमाही आधार पर 9 प्रतिशत गिर गया. रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि मुख्य रूप से उपभोक्ता मांग में गिरावट के कारण फीचर फोन बाजार में 17 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई.

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