आपातकाल के पूरे हुए 50 साल, लोकतंत्र और संविधान की हुई थी हत्या: भाजपा
कांग्रेस शासन काल में लगाई गई इमरजेंसी को आज 50 साल पूरे हो गए हैं. इस दिन देश की जनता से उनके मौलिक अधिकार छीन लिए गए थे. भाजपा इस दिन को काला दिवस के रूप में मना रही है.
नई दिल्ली, 25 जून : कांग्रेस शासन काल में लगाई गई इमरजेंसी को आज 50 साल पूरे हो गए हैं. इस दिन देश की जनता से उनके मौलिक अधिकार छीन लिए गए थे. भाजपा इस दिन को काला दिवस के रूप में मना रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा और मनोज तिवारी समेत भाजपा के नेताओं ने कांग्रेस पर हमला किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा, आपातकाल के दिन कांग्रेस ने देश की आजादी को खत्म कर दिया था. कांग्रेस ने भारत के संविधान को रौंद दिया था. जिन लोगों ने आपातकाल लगाया था उन्हें संविधान के प्रति अपना प्यार जताने का कोई अधिकार नहीं है. यह भी पढ़ें : पुणे बार मामला: दो आबकारी अधिकारी निलंबित, शराब और अन्य सामग्री जब्त
दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि आज लोकतंत्र का काला दिवस है. कांग्रेस ने इस देश में इमरजेंसी लगाई थी, जिसे देशवासी कभी भी नहीं भूल सकते. कांग्रेस की इंदिरा गांधी सरकार ने इमरजेंसी लगाई थी और लोगों को जेल में डाल दिया गया था. कांग्रेस आज भी झूठ और भ्रम फैलाकर लोगों को बरगलाने का काम कर रही है.
दिल्ली के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, 25 जून देश के इतिहास में लोकतंत्र का सबसे काला दिन है. हमें इस दिन को हमेशा याद रखते हुए अतीत से सीखना होगा. कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में संविधान को लेकर झूठ फैलाया. देश की जनता ने मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाकर कांग्रेस को जवाब दे दिया. भाजपा आज सभी सेनानी, जिन्होंने आपातकाल के दौरान यातना सही, जेल गए, उनके परिवार के प्रति सम्मान प्रकट कर रही है.
गौरतलब है कि 25 जून 1975 को कांग्रेस के शासन काल में देश में इमरजेंसी लागू की गई थी. 21 महीने के लिए आपातकाल लगाया गया था, जो 21 मार्च 1977 को खत्म हुआ था. तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद से इमरजेंसी लागू करने की सिफारिश की थी. जिसके बाद संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत आपातकाल की घोषणा की गई थी.