MP Horror: 4 साल के बेटे ने मांगा खाना, नशे में धुत बेरहम बाप ने मासूम को पीट-पीटकर मार डाला!

मध्य प्रदेश के बेतूल में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक नशे में धुत आदमी ने अपने 4 साल के बेटे को खाना मांगने पर बेहरमी से पीट-पीट कर मार डाला.

मध्य प्रदेश के बेतूल में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक नशे में धुत आदमी ने अपने 4 साल के बेटे को खाना मांगने पर बेहरमी से पीट-पीट कर मार डाला. घटना सोमवार की रात को सावंगा गाँव में कोतवाली थाने के पास हुई. पुलिस अधिकारी देवकरण देहरिया ने बताया कि, "रात में हमें डायल-100 पर सूचना मिली कि एक आदमी ने अपने 4 साल के बच्चे को पीटा है."

देहरिया ने बताया कि "बच्चा सड़क पर बेसुध पड़ा हुआ था. थाने के प्रभारी उप निरीक्षक इरफ़ान क़ुरैशी घटनास्थल पर पहुँचे. बच्चे को ज़िला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. उसके चेहरे और शरीर पर गंभीर चोटें हैं. पुलिस ने शव को मॉर्चरी में रख दिया है. हम उसकी माँ के नाशिक से आने का इंतज़ार कर रहे हैं."

पुलिस के अनुसार, घटना के समय पत्नी अपने मायके गई हुई थी. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी दुर्गेश (28), बेलधाना का रहने वाला है और वह एक आदी शराबी है. घटना के समय भी वह नशे में धुत था.

वह अपने 4 साल के बेटे कार्तिक के साथ अपने नाना के घर पर रह रहा था. दुर्गेश अक्सर अपनी पत्नी संगीता से झगड़ा करता था. तंग आकर कुछ महीने पहले संगीता अपनी 6 साल की बेटी के साथ अपने मायके नाशिक (महाराष्ट्र) चली गई थी.

बच्चे ने नशे में धुत अपने पिता से खाना मांगा था. पुलिस ने बताया कि सोमवार की रात को दुर्गेश ने खाना नहीं बनाया और कार्तिक भूखा था क्योंकि दिन भर कुछ नहीं खाया क्योंकि दुर्गेश काम पर गया हुआ था.

शाम को काम से वापस आकर वह पीने बैठ गया. इस दौरान बच्चा लगातार खाना मांगता रहा. वह भूख से रोने लगा. उसे रोते देखकर दुर्गेश उसे पीटने लगा. जब बच्चा रोना नहीं रुका, तो उसका गुस्सा और भड़क गया. दुर्गेश अपने बेटे को उठाकर घर से बाहर ले आया. उसने बच्चे से चुप रहने को कहा. जब कार्तिक भूख से कराहना नहीं रुका, तो दुर्गेश ने उसे सीमेंट-कंक्रीट की सड़क पर पीटना शुरू कर दिया और कई बार उसे ज़ोर से पीटा.

आधी रात को अचानक लोगों को बच्चे की चिल्लाहट सुनाई दी और वे घर से बाहर निकल आए. उन्होंने देखा कि दुर्गेश कुल्हाड़ी लेकर खड़ा है और कार्तिक सड़क पर पड़ा हुआ है. जब लोगों ने चिल्लाई, तो दुर्गेश भाग गया. वह बच्चे को घर से बाहर ले आया था, इसलिए उसके नाना को उसकी आवाज़ नहीं सुनाई दी. स्थानीय लोगों द्वारा घटना की सूचना मिलने पर वह घटनास्थल पर पहुँचा.

तीन पुलिस टीमें आरोपी की तलाश कर रही हैं. वह बचपन से ही अपने नाना के घर पर रह रहा था. उसकी संगीता से पाँच साल पहले महाराष्ट्र में काम करते समय प्रेम विवाह हुआ था.

मामले की आगे की जांच चल रही है.

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