नागरिकता संशोधन कानून: उत्तर प्रदेश में 3000 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार, इंटरनेट सेवा निलंबित
उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लखनऊ के 350 लोगों सहित लगभग 3000 प्रदर्शनकारियों को गुरुवार रात तक गिरफ्तार किया गया है. यह जानकारी पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को दी. वहीं राज्यभर में सुरक्षा-व्यवस्था भी कड़ी कर दी गई है, जबकि पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ 19 प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें 17 लोग शामिल हैं
उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लखनऊ (Lucknow) के 350 लोगों सहित लगभग 3000 प्रदर्शनकारियों को गुरुवार रात तक गिरफ्तार किया गया है. यह जानकारी पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को दी. वहीं राज्यभर में सुरक्षा-व्यवस्था भी कड़ी कर दी गई है, जबकि पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ 19 प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें 17 लोग शामिल हैं. पुलिस ने आगे बताया कि गुरुवार शाम तक राज्यभर में 3,036 फेसबुक पोस्ट, 1786 ट्विटर पोस्ट और 38 यूट्यूब पोस्ट (जिसमें हिंसक दृश्य शामिल हैं) को डिलिट किया है.
लखनऊ और संभल में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ गुरुवार को हो रहे प्रदर्शन के हिंसात्मक हो जाने के बाद यह कार्रवाई की गई. हिसा में बड़े पैमाने पर सार्वजनिक व निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया है. राज्य की राजधानी सहित 15 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है, वहीं शुक्रवार की नमाज को देखते हुए अलीगढ़ में अलर्ट जारी किया गया है.
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अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि सेवा 21 दिसंबर को मध्यरात्रि तक बंद रहेगी. सरकार के निर्देश के बाद सभी निजी टेलीकॉम ऑपरेटर्स ने भी सेवा बंद कर दी है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गुरुवार रात को देखा गया कि दिन में हुए हिंसक प्रदर्शन को सोशल मीडिया पर लाइव किया जा रहा था, जिससे माहौल और खराब हो रहा था. लखनऊ के एक निजी टेलीकॉम मैनेजर ने कहा, "इंटरनेट के अलावा एसएमएस और मैसेंजर सेवा भी अवरुद्ध कर दी गई है. हम अपने ग्राहकों को इस बारे में सूचित कर रहे हैं."