PUBG गेम हारने के बाद 17 साल के लड़के ने उठाया खौफनाक कदम, फांसी लगाकर की आत्महत्या
रोशन अपने कमरे के अंदर पबजी गेम खेल रहा था और जब परिवार के सदस्यों ने उसे रात के खाने के लिए बुलाया तो उसने कोई जवाब नहीं दिया. शनिवार को जब उसने दरवाजा नहीं खोला तो लोगों ने जबरन दरवाजा खोला और उसे फांसी पर लटकते हुए देखा.
PUBG Death Case in India: भागलपुर: बिहार (Bihar) के भागलपुर में एक 17 वर्षीय लड़के रोशन ने शुक्रवार की रात अपने मोबाइल फोन पर पबजी गेम हारने के बाद आत्महत्या कर ली. घटना का खुलासा शनिवार की सुबह तब हुआ जब जिले के बरारी थाना क्षेत्र के छोटे सरधो गांव में रोशन कुमार उर्फ विकास के परिवार वालों ने उसे अपने कमरे की छत से लटका पाया. Suicide For VISA: विदेश जाने में देरी से परेशान छात्र ने की आत्महत्या, मौत के अगले ही दिन आ गया वीजा
सूत्रों ने कहा कि रोशन अपने कमरे के अंदर पबजी गेम खेल रहा था और जब परिवार के सदस्यों ने उसे रात के खाने के लिए बुलाया तो उसने कोई जवाब नहीं दिया. शनिवार को जब उसने दरवाजा नहीं खोला तो लोगों ने जबरन दरवाजा खोला और उसे फांसी पर लटकते हुए देखा. सरधो पंचायत मुखिया बिपिन निराला ने परिवार के हवाले से कहा कि रोशन पबजी (PUBG Addiction) का आदी था.
पुलिस जांच में लव एंगल
उनके परिवार के सूत्रों ने दावा किया कि जब भी वह पबजी गेम हारेता था तो वह बेहद परेशान हो जाता था. शुक्रवार की रात को भी ऐसा ही हुआ होगा. हालांकि कुछ सूत्रों का कहना है कि रोशन मोहल्ले की एक लड़की से प्यार करता था, जिसने उसे ठुकरा दिया था. इस घटना ने उसे उदास कर दिया और शायद उसे आत्महत्या के लिए प्रेरित किया.
सितंबर 2020 में भारत सरकार द्वारा PUBG पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, लेकिन बाद में इसे बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया के रूप में फिर से लॉन्च किया गया, जिसे केंद्र ने जुलाई 2022 में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69 (ए) के तहत फिर से प्रतिबंधित कर दिया.
कई विशेषज्ञों ने इससे पहले भी ऑनलाइन गेम्स के चलते मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को लेकर आगाह किया है. पिछले साल, अरुणाचल प्रदेश के एमपी ने पीएम नरेंद्र मोदी को एक खत भी लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि PUBG गेम के डेवलपर क्राफ्टन को भारत में BGMI लॉन्च करने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए.