यूपी-एमपी में सड़क हादसों ने छीनी 14 प्रवासी मजदूरों की जान, 53 घायल
कोरोना काल प्रवासी मजदूरों को सबसे ज्यादा प्रभावित कर रहा है. रहने-खाने की संकट के कारण मजदूर सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलने के लिए मजबूर है. इस दौरान कई प्रवासी मजदूर हादसे का शिकार भी हो जा रहे है.
लखनऊ: कोरोना काल प्रवासी मजदूरों को सबसे ज्यादा प्रभावित कर रहा है. रहने-खाने की संकट के कारण मजदूर सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलने के लिए मजबूर है. इस दौरान कई प्रवासी मजदूर हादसे का शिकार भी हो जा रहे है. बीती रात उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में हुए दर्दनाक सड़क हादसे में कम से कम 14 प्रवासी मजदूरों की जान चली गई. जबकि 50 से अधिक घायल हो गए.
मिली जानकारी के मुताबिक पंजाब से पैदल बिहार जा रहे मजदूरों को बुधवार रात उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक तेज रफ्तार रोडवेज बस ने कुचल दिया. इस हादसे में 6 की मौत हो गई और 3 घायल हो गए. पुलिस के मुताबिक मृतक मजदूर बिहार के गोपालगंज जिले के रहने वाले हैं, सभी पंजाब से पैदल घर लौट रहे थे. मुम्बई में प्रवासी मजदूरों का प्रदर्शन, पुलिस ने किया बल प्रयोग
वहीं, मध्य प्रदेश के गुना में बीती रात एक ट्रक और बस की टक्कर हो गई. इससे ट्रक में सवार 8 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि 50 से अधिक घायल हो गए. सभी घायलो को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सभी 8 मृतक मजदूर महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश अपने गांव जा रहे थे.
कुछ दिन पहले ही महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के करमाड (Karmad) में रेल की पटरियों पर सो रहे कम से कम 14 प्रवासी मजदूरों की एक मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई थी. यह दर्दनाक हादसा सुबह सवा पांच बजे के करीब हुई. इस दुर्घटना में दो अन्य मजदूर घायल हुए थे.