Uri: The Surgical Strike Film Review: उरी हमले की इस कहानी में है ढेर सारा थ्रिल,भारतीय सेना के जज्बे को सलाम करती है ये फिल्म
विक्की कौशल, परेश रावल और यामी गौतम की फिल्म ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ का ये रिव्यू जरूर पढ़ें
फिल्म: उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक
निर्देशक: आदित्य धर
कास्ट: विक्की कौशल, यामी गौतम, परेश रावल, कीर्ति कुल्हारी और मोहित रैना
रेटिंग्स: 3.5 स्टार्स
कहानी: आदित्य धर निर्देशित फिल्म ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ साल 2016 में भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ किए गए सर्जिकल स्ट्राइक की कहानी है. फिल्म में विक्की कौशल, यामी गौतम, कीर्ति कुल्हारी और मोहित रैना आर्मी अफसर की भूमिका में हैं. वहीं परेश रावल इंडियन डिफेन्स मिनिस्ट्री के अफसर के रूप में नजर आ रहे हैं. फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह से पठानकोट, उरी समेत देशभर के कई हिस्सों में हो रहे आतंकवादी हमलों से सरकार परेशान हैं. इन हमलों में कई सारे भारतीय सैनिकों ने अपने प्राण गंवा दिए. देश में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों को देखते हुए सरकार अपनी मंत्री मंडल के साथ मिलकर फैसला करती है कि वो सर्जिकल स्ट्राइक करके पाकिस्तान के साथ उरी हमले का बदला लेगी. लेकिन इस मिशन को किस तरह से अंजाम दिया गया?
मिशन के लिए सरकार ने भारतीय सेना के साथ मिलकर किस तरह से तैयारियां की और साथ ही भारतीय सेना ने इस मिशन को कैसे अंजाम दिया गया? इन सभी सवालों के जवाब इस फिल्म में दिए गए हैं. फिल्म में न केवल सर्जिकल स्ट्राइक की कहानी बल्कि आतंकवादी हमलों के चलते सैनिकों के परिवार पर हुए बुरे असर की दास्तां को भी दर्शाने का प्रयास किया गया है. फिल्म में बताया गया है कि किस तरह से भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तान में घुसकर उनके बेस कैम्पस को तहत-नहस किया और साथ ही वहां मौजूद आतंकवादियों के समूह को उनके सही अंजाम तक पहुंचाया.
अभिनय: इस फिल्म में मेजर विहान शेरगिल की मुख्य भूमिका निभा रहे विक्की कौशल का अभिनय बेहद शानदार है. एक असली आर्मी अफसर की तरह उनके भीतर अनुशासन, जोश, संघर्ष करने का जज्बा और वतन के लिए प्रेम देखने को मिलता है. फिल्म में परेश रावल बेहद अहम भूमिका में हैं. वो सरकार को सर्जिकल स्ट्राइक करने के इस मास्टर प्लान में न केवल मदद करते हैं बल्कि आर्मी के साथ मिलकर इस पूरे ऑपरेशन की देखरेख करते हैं. फिल्म में उनका काम भी सराहनीय है. इनके बाद मोहित रैना ने भी बड़े पर्दे पर दर्शकों का दिल जीत लिया. फिल्म में यामी गौतम का अंदाज बेहद कॉन्फिडेंट और जानदार है. इसी के साथ कीर्ति कुल्हारी ने भी अपने किरदार के साथ पूरा न्याय किया है.
म्यूजिक: फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर बेहद जबरदस्त है. जब आप सिनेमा हॉल में इस फिल्म को देखेंगे तो गोलियों की आवाज, धमाकों का शोर ये सब देखकर कुछ समय के लिए ही सही लेकिन आप फिल्म की कहानी को दिल से महसूस कर पाएंगे.
फिल्म की खूबियां: फिल्म की कहानी को अलग-अलग चैप्टर्स में बांटा गया है जिसके चलते इसकी कहानी बेहद सुलझी हुई लगती है. फिल्म की स्टोरी प्लॉट और इसकी सेटिंग भी बेहद शानदार है. फिल्म के कुछ सीन्स ऐसे हैं जो आपके रोंगटे खड़े कर देंगे तो वहीं कुछ सीन्स ऐसे हैं जो आपकी आंखें नम कर देंगे. इसी के साथ इस फिल्म में आपको भरपूर थ्रिल मिलेगा. आदित्य धर की इस फिल्म में भरपूर रोमांच है और आपको ये इस फिल्म को देखने पर मजबूर कर देगी.
फिल्म की खामियां: इस फिल्म का पहला हिस्सा बेहद इंटरेस्टिंग है. वहीं कहानी के मामले में इस फिल्म की सेकंड हाफ आपको थोड़ा लंबी जरूर लग सकती है. यहां पर काम किया जा सकता था.
ओवरऑल इस फिल्म की बात की जाए तो ये फिल्म भारतीय सैनिकों के कड़े संघर्ष और उनके बलिदान को दर्शाती है. इस फिल्म में उरी हमले की पूरी कहानी को बढ़िया रूप से पेश किया गया है.