जेलेंस्की ने बुधवार रात राष्ट्र के नाम अपने वीडियो संबोधन में कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि गठबंधन घोषणा करे कि वह इस युद्ध को जीतने के लिए यूक्रेन की पूरी सहायता करेगा, आक्रमणकारियों का हमारे क्षेत्र से सफाया करेगा और यूक्रेन में शांति बहाल करेगा.’’ राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि जेलेंस्की नाटो शिखर सम्मेलन में वीडियो के जरिये अपनी बात रखेंगे. उन्होंने पश्चिमी देशों से एकजुट रहने की अपील की. उन्होंने कहा कि रूस ‘‘अपने हितों की पैरवी’’ कराने के लिए ‘‘कुछ भागीदारों’’ को अपने पक्ष में लाने के प्रयास कर रहा है. एक भावुक भाषण में उन्होंने कहा, ‘‘ हम देखेंगे कि कौन मित्र है, कौन साझीदार है और कौन बिक गया है और किसने हमें धोखा दिया है.’’
जेलेंस्की ने कहा, ‘‘हमें मिलकर, रूस को नाटो, यूरोपीय संघ या जी-7 में से किसी भी सदस्य देश को युद्ध के समर्थन में लाने से रोकना होगा.’’ उन्होंने कहा कि यूक्रेन के आसमान को अब भी रूसी विमानों तथा मिसाइलों के लिए बंद नहीं किया गया है और यूक्रेन को लड़ाकू विमान या आधुनिक वायु-रक्षा प्रणाली नहीं मिली है, जिसका उसने अनुरोध किया था. उन्होंने कहा कि यूक्रेन को भी टैंक और ‘युद्धपोत-रोधी प्रणाली’ की जरूरत है. उन्होंने कहा कि वे एक महीने से खुद को तबाह होने से बचाने की कोशिश कर रहे हैं. यह भी पढ़ें : Russia-Ukraine War: यूक्रेन के खिलाफ रूस करेगा परमाणु बम का इस्तेमाल? अमेरिका ऐसे देगा जवाब
हम दुश्मन के अनुमान से छह गुना अधिक समय तक टिके रहे हैं, लेकिन रूसी सैनिक हमारे शहरों को नष्ट कर रहे हैं, अंधाधुंध नागरिकों को मार रहे हैं, महिलाओं के साथ बलात्कार कर रहे हैं, बच्चों का अपहरण कर रहे हैं, शरणार्थियों को गोली मार रहे हैं, सहायता केन्द्रों पर कब्जा कर रहे हैं और लूटपाट कर रहे हैं.’’ वहीं, जेलेंस्की ने रूस के लोगों से अपील की कि वह रूस छोड़ दें, ताकि उनके दिए हुए कर के पैसे का इस्तेमाल युद्ध के लिए न किया जाए.