गुवाहाटी, 11 जनवरी असम के इतिहास और परंपराओं पर सोशल मीडिया पर कथित अपमानजनक टिप्पणी करने वाले व्यक्ति ने शनिवार को माफी मांगी और दावा किया कि उसका इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने अभिषेक कर के खिलाफ यूट्यूब वीडियो में अपमानजनक टिप्पणी करने और गलत सूचना फैलाने के आरोप में पहले ही मामला दर्ज कर लिया है।
उन्होंने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
शनिवार को कर ने माफी मांगी और दावा किया कि उसका इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था। अपने यूट्यूब चैनल के विवरण में खुद को 'ट्रेडर, निवेशक और सलाहकार' बताने वाले कर ने भविष्य में किसी दूसरे पक्ष से मिली जानकारी को सार्वजनिक करने से पहले उसकी पुष्टि करने का आश्वासन दिया।
कर द्वारा पॉडकास्ट में की गई टिप्पणी को लेकर असम सरकार ने नाराजगी व्यक्त की थी।
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने शुक्रवार को सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा , ‘‘ रिया उप्रेती नामक एक यूट्यूब चैनल में एक वीडियो सामने आया है, जिसमें अभिषेक कर नामक व्यक्ति असम के इतिहास और परंपराओं पर अस्वीकार्य टिप्पणी करता हुआ दिखाई दे रहा है। गलत सूचना फैलाने के लिए उक्त व्यक्ति के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सकती है।’’
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह ने कहा कि वैध कार्रवाई की जाएगी।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआईडी) मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने शनिवार को बताया कि आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
गुप्ता ने बताया, "उन्होंने आपत्तिजनक टिप्पणी की है और हमने जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है।"
यूट्यूब चैनल पर वीडियो के एक हिस्से में कर दावा करते हैं कि असम में एक गांव है, जहां तांत्रिक प्रथाएं प्रमुख हैं और वहां महिलाओं के पास ऐसी शक्ति हैं कि वे किसी व्यक्ति को बकरी में बदल देती हैं और फिर वापस इंसान बना देती हैं...।
सीएमओ के पोस्ट का जवाब देते हुए कर ने ‘एक्स’ पर लिखा: "जनता, मुख्यमंत्री कार्यालय और जीपी सिंह तथा हर संबंधित पक्ष से माफी मांगता हूं जो आहत हुआ। इरादा किसी को भी ठेस पहुंचाने का नहीं था और भविष्य में यह ध्यान में रखा जाएगा कि ऐसा फिर न हों।"
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