विप्रो का शुद्ध लाभ चौथी तिमाही में 6 प्रतिशत घटा, तिमाही के लिये आय का अनुमान नहीं दिया
सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो का वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में शुद्ध लाभ करीब 6 प्रतिशत घटकर 2,345.2 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने कोरोना वायरस संकट के बीच अनिश्चितता को देखते हुए जून तिमाही के लिये आय वृद्धि के अनुमान को जारी किए जाने का काम फिलहाल निलंबित रखा है।
नयी दिल्ली, 15 अप्रैल सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो का वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में शुद्ध लाभ करीब 6 प्रतिशत घटकर 2,345.2 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने कोरोना वायरस संकट के बीच अनिश्चितता को देखते हुए जून तिमाही के लिये आय वृद्धि के अनुमान को जारी किए जाने का काम फिलहाल निलंबित रखा है।
कंपनी ने बुधवार को कहा कि वह मांग और आपूर्ति के लेकर निश्चितता बढ़ने के बाद ही आय के बारे में अनुमान उपलब्ध कराना शुरू करेगी।
बेंगलुरू की कंपनी का शुद्ध लाभ इससे पूर्व वित्त वर्ष 2018-19 की इसी तिमाही में 2,493.9 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी की आय जनवरी-मार्च 2020 तिमाही में 4.6 प्रतिशत बढ़कर 15,711 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 15,006.3 करोड़ रुपये थी।
विप्रो ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण 31 मार्च 2020 को समाप्त तिमाही में आईटी सेवाओं से उसकी आय पर 1.4 से 1.6 करोड़ डॉलर का प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। यह कुल आय का 0.7 से 0.8 प्रतिशत है।
उसने यह भी कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण जो अनिश्चितता पैदा हुई है, उससे इस बात का अंदाजा लगाना मुश्किल है कि कंपनी के कामकाज पर इसका दुष्प्रभाव कहां तक होगा।
विप्रो ने कहा, ‘‘...हमने 30 जून 2020 को समाप्त तिमाही के लिये आय के बारे में कोई अनुमान जताने का निर्णय नहीं किया। हमारा अनुमान है कि मांग और आपूर्ति के लेकर निश्चितता बढ़ने के बाद ही हम आय के बारे में अनुमान उपलब्ध कराना शुरू करेंगे।’’
विप्रो की आईटी सेवा से आय आलोच्य तिमाही 207.37 करोड़ डॉलर रही। तिमाही आधार पर एक प्रतिशत कम है।
कंपनी के निदेशक मंडल ने कोई अंतिम लाभांश की घोषणा नहीं की है और जनवरी में घोषित एक रुपये का अंतरिम लाभांश 2019-20 के लिये अंतिम लाभांश माना जाएगा। विप्रो के अनुसार 2019-20 के लिये कुल लाभांश एक रुपये प्रति शेयर बना रहेगा।
विप्रो के सीईओ और प्रबंध निदेशक ए जेड नीमचवाला ने मौजूदा स्थिति को अप्रत्यशित बताया। उन्होंने कहा, ‘‘हमें भरोसा है कि हमारी सेवाओं का व्यापक आधार और प्रतिबद्धताओं को जमीनी स्तर पर उतारने की क्षमता से हम बाजार हिस्सेदारी हासिल करने को लेकर अच्छी स्थिति में होंगे।’’
पूरे वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का लाभ 8.3 प्रतिशत बढ़कर 9,771.8 करोड़ रुपये जबकि कुल आय 4.2 प्रतिशत बढ़कर 61,023.2 करोड़ रुपये रही।
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