Uttar Pradesh: शिक्षक ने स्कूल के प्रधानाचार्य, अन्य कर्मचारियों पर जाति आधारित भेदभाव का आरोप लगाया

संस्कृत पढ़ाने वाले अनुसूचित जाति के एक शिक्षक ने अपने स्कूल के प्रधानाचार्य और अन्य कर्मचारियों पर जाति आधारित भेदभाव का आरोप लगाया है. शिक्षक ने जिला प्रशासन से भी इसकी शिकायत की है.

प्रतिकात्मक तस्वीर (फ़ाइल फोटो)

बाराबंकी (उप्र), 8 सितंबर : संस्कृत पढ़ाने वाले अनुसूचित जाति के एक शिक्षक ने अपने स्कूल के प्रधानाचार्य और अन्य कर्मचारियों पर जाति आधारित भेदभाव का आरोप लगाया है. शिक्षक ने जिला प्रशासन से भी इसकी शिकायत की है. जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, सिटी इंटर कॉलेज में संस्कृत के शिक्षक अभय कोरी ने विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. एससी गौतम समेत कई शिक्षकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अभय कोरी का आरोप है कि विद्यालय में क्षत्रिय शिक्षकों ने गुट बना रखा है, जो आए दिन उन्हें यह कह कर प्रताड़ित करते हैं कि तुम अनुसूचित जाति से आते हो ऐसे में हमारे साथ काम नहीं कर सकते.

कोरी का आरोप है कि विद्यालय में ही सभी ने मिलकर उनकी चोटी काट दी और उनसे मारपीट भी की. जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस एवं जिलाधिकारी आदर्श सिंह से भी की थी. लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. कोरी ने आरोप लगाया कि शिक्षक उनके खिलाफ जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हैं और उन्हें कक्षाओं में पढ़ाने के लिए नहीं जाने देते तथा उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर भी नहीं करने देते. विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. एससी गौतम ने कुमार के सभी आरोपों को गलत और निराधार बताया है और दावा किया, ‘‘अभय कुमार कोरी को छात्राओं से गलत हरकरोप में प्रबंधन ने निलंबित कर दियातें करने और उन्हें पीटने के आ था. यह भी पढ़ें : UP: परिवार ने प्रिंसिपल पर लगाया बच्चे को बुरी तरह से पीटने का आरोप, मेडिकल रिपोर्ट्स में हुई फ्रैक्चर की पुष्टि

हालांकि अब उन्हें पद पर बहाल कर लिया गया है. लेकिन जांच अभी जारी है. इसी वजह से उनकी उपस्थिति दूसरे रजिस्टर पर दर्ज कराई जाती है और आदेश के मुताबिक उन्हें शिक्षण कार्य से भी दूर किया गया है.’’ जिला विद्यालय निरीक्षक ओपी त्रिपाठी ने कहा, ‘‘शिक्षक को बहाल किया जा चुका है. उन्होंने स्कूल के शिक्षकों पर कई आरोप लगाए हैं. स्कूल प्रशासन से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी गई है और इसके आधार पर आगे की आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.’’

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