उत्तराखंड के चमोली में फंसे उप्र, पंजाब के 21 मजूदर घरों के लिये रवाना
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गोपेश्वर, एक मई कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के कारण एक महीने से भी अधिक समय से चमोली में फंसे 21 मजदूरों को शुक्रवार को उत्तर प्रदेश और पंजाब में उनके घरों के लिए रवाना कर दिया गया ।

पिछले एक माह से भी अधिक समय से चमोली जिले के गौचर में राहत शिविर में रह रहे उत्तर प्रदेश एवं पंजाब के 21 मजूदरों को उनके घर भेजने की व्यवस्था स्थानीय प्रशासन ने की। इन्हें बस द्वारा गौचर से हरिद्वार भेजा गया जहां से उन्हें उनके जिलों के लिए रवाना किया जाएगा।

राहत शिविर से रवाना किए जाने से पूर्व मेडिकल टीम ने सभी मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण किया । घर जाते समय मजदूर भावुक हो गए और उन्होंने शिविर में दी गई सुविधाओं के लिए प्रशासन, पुलिस एवं स्वास्थ्य टीम का नम आंखों से आभार व्यक्त किया।

लॉकडाउन के दौरान जिले में इधर उधर फंसे मजदूरों के लिए जिला प्रशासन ने गौचर राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में राहत शिविर बनाया था जहां उनके लिए भोजन और ठहरने के अलावा मनोरंजन का भी इंतजाम किया गया था ।

वहां मजदूरों का दैनिक स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाता रहा। प्रशासन इन मजदूरों को नियमित योग और व्यायाम सिखाने के अलावा हर रोज इनकी काउसिलिंग भी करता रहा जिससे वे शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से फिट रहें ।

तहसीलदार सोहन सिंह रांगड ने बताया कि गौचर राहत शिविर से उत्तर प्रदेश के 20 और पंजाब के एक मजदूर को उनके घर भेजा गया ।

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