India America Relations: अमेरिका की उपराष्ट्रपति हैरिस ने आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका का जिक्र किया
अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी पहली मुलाकात में, आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका का ‘‘स्वत: संज्ञान लेते हुए’’ जिक्र किया और कहा कि देश में कई आतंकवादी संगठन हैं.
वाशिंगटन, 24 सितंबर : अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी पहली मुलाकात में, आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका का ‘‘स्वत: संज्ञान लेते हुए’’ जिक्र किया और कहा कि देश में कई आतंकवादी संगठन हैं. उन्होंने पाकिस्तान को इस संबंध में कार्रवाई करने को कहा ताकि इससे अमेरिका और भारत की सुरक्षा पर असर नहीं पड़े. प्रधानमंत्री मोदी ने बृहस्पतिवार को व्हाइट हाउस में अमेरिका की उपराष्ट्रपति हैरिस के साथ बैठक की. इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का फैसला किया और लोकतंत्र, अफगानिस्तान तथा हिंद-प्रशांत के लिए खतरों सहित साझा हित के वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की. यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री मोदी के साथ हैरिस की मुलाकात के दौरान आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका का मुद्दा आया था, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब आतंकवाद का मुद्दा आया तो उपराष्ट्रपति ने इस संबंध में (आतंकवाद के) पाकिस्तान की भूमिका का उल्लेख किया.’’
श्रृंगला के मुताबिक हैरिस ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं. श्रृंगला ने कहा, ‘‘हैरिस ने पाकिस्तान से कार्रवाई करने को कहा ताकि इससे (आतंकवाद संगठनों से) अमेरिका और भारत की सुरक्षा पर कोई असर न पड़े. सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी से मिली जानकारी पर वह सहमत थीं. उन्होंने इस तथ्य को भी स्वीकारा कि भारत कई दशकों से आतंकवाद का पीड़ित रहा है और ऐसे आतंकवादी समूहों के लिए पाकिस्तान के समर्थन पर लगाम लगाने और बारीकी से निगरानी करने की आवश्यकता है.’’ यह भी पढ़ें : India America Relations: प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति से मुलाकात की, दोनों देशों को प्राकृतिक साझेदार करार दिया
हैरिस ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा करना दोनों देशों का दायित्व है और यह दोनों देशों के लोगों के सर्वोत्तम हित में है. उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि दुनिया भर के लोकतंत्र खतरे में हैं ऐसे में यह जरूरी है कि हम अपने-अपने देशों और दुनिया भर में लोकतांत्रिक सिद्धांतों और संस्थानों की रक्षा करें और अपने-अपने देश में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए निश्चित ही प्रयास करें. जाहिर तौर पर लोकतंत्र की रक्षा करना हमारे देशों के नागरिकों के सर्वोत्तम हित में है.’’
दोनों नेताओं की मुलाकात शुक्रवार को व्हाइट हाउस में मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच पहली द्विपक्षीय बैठक और क्वाड सदस्य देशों के नेताओं के शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले हुई है.