विदेश की खबरें | शिनजियांग में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर अमेरिका ने चीन की खिंचाई की

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श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

वाशिंगटन, दो सितंबर व्हाइट हाउस ने अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ मानवाधिकारों के लगातार उल्लंघन के लिए चीन की आलोचना की है।

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरेन ज्यां-पियरे ने बृहस्पतिवार को अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन के दौरान संयुक्त राष्ट्र की चीन के शिनजियांग में मानवाधिकार पर रिपोर्ट का स्वागत किया, जो गत रात जारी की गई थी।

रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन के शिनजियांग में उइगर समुदाय के लोगों तथा अन्य को जबरन नजरबंद रखना मानवता के खिलाफ अपराध के दायरे में आ सकता है।

ज्यां-पियरे ने कहा, ‘‘रिपोर्ट चीन में हो रहे नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराधों को लेकर हमारी चिंता को और बढ़ाती है। शिनजियांग में अत्याचारों पर हमारी स्थिति हमारी कथनी और कार्यों से स्पष्ट रूप से दिखायी देती है।’’

उन्होंने कहा कि जो बाइडन प्रशासन ने ठोस कदम उठाए हैं और राष्ट्रपति ने जी7 सहित सहयोगी देशों और भागीदारों को यह सुनिश्चित करने के लिए लामबंद किया है कि शिनजियांग सहित सभी जगह जबरन श्रम से मुक्त हों।

ज्यां-पियरे ने कहा, ‘‘हम चीन को जवाबदेह ठहराने के लिए भागीदारों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे और हम चीन से शिनजियांग, तिब्बत और पूरे चीन में इन अत्याचारों को तुरंत बंद करने, अन्यायपूर्ण तरीके से नजरबंद किए गए लोगों को रिहा करने, लापता लोगों का पता बताने और स्वतंत्र जांचकर्ताओं को बिना किसी बाधा के शिनजियांग तक पहुंचने देने का आह्वान करेंगे।’’

एक बयान में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार के लिए उच्चायुक्तकार्यालय की 31 अगस्त की रिपोर्ट शिनजियांग में होने वाले मानवाधिकारों के उल्लंघन और दुर्व्यवहारों के खतरनाक विवरणों की रूपरेखा तैयार करती है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह रिपोर्ट वहां जारी नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराधों के बारे में हमारी गंभीर चिंता को और बढ़ाती है और पुष्टि करती है कि चीन सरकार के अधिकारी उइगरों के खिलाफ अपराध कर रहे हैं, जो मुख्य रूप से मुस्लिम हैं और शिनजियांग में अन्य जातीय एवं धार्मिक अल्पसंख्यक समूहों के सदस्य हैं।’’

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