देश की खबरें | उप्र सरकार ने अदालत को बताया कि बिना लाइसेंस के सर्जरी कर रहा था अमेठी का अस्पताल

लखनऊ, 27 सितंबर उत्तर प्रदेश सरकार ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाले ट्रस्ट द्वारा संचालित संजय गांधी अस्पताल के खिलाफ अपनी कार्रवाई का बचाव करते हुए बुधवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय को बताया कि अमेठी स्थित अस्पताल में बगैर लाइसेंस के सर्जरी की जा रही थीं।

उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ इस महीने की शुरुआत में एक मरीज की मौत के बाद अस्पताल के लाइसेंस के निलंबन को चुनौती देने वाली अस्पताल की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी।

अस्पताल के मुख्य संचालन अधिकारी अवधेश शर्मा की ओर से दायर एक रिट याचिका पर सुनवाई करते हुये न्यायमूर्ति विवेक चौधरी और न्यायमूर्ति मनीष कुमार की पीठ ने मरीज की मौत की जांच का विवरण मांगा।

याचिकाकर्ता की ओर से पेश हुये वरिष्ठ अधिवक्ता जे एन माथुर ने तर्क दिया कि निलंबन आदेश टिकाऊ नहीं है क्योंकि आदेश पारित करने वाले प्राधिकार के पास ऐसा करने की शक्ति नहीं है। माथुर ने आरोप लगाया कि निलंबन आदेश गलत मंशा से दिया गया था।

याचिका का विरोध करते हुए अतिरिक्त मुख्य सरकारी अधिवक्ता राहुल शुक्ला ने कहा कि अस्पताल के पास सर्जरी करने का कोई लाइसेंस नहीं है लेकिन फिर भी वह ऐसा कर रहा था और इसलिए यह घटना हुई जिसमें एक महिला की मामूली सर्जरी के दौरान मौत हो गई।

उन्होंने कहा, ‘‘लाइसेंस को निलंबित करने का फैसला उचित है और अंतिम आदेश पारित करने से पहले जांच चल रही है।’’

अदालत ने सरकारी वकील से कहा कि वह राज्य से निर्देश लें कि जांच कब पूरी होगी। मामले की सुनवाई की तारीख अदालत ने तीन अक्टूबर तय की है।

कांग्रेस नेता दीपक सिंह और संजय गांधी अस्पताल के कर्मचारी अस्पताल के लाइसेंस के निलंबन के खिलाफ अलग-अलग विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।

जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने कहा, ‘‘जिले के अधिकारियों के साथ चर्चा के बाद, सीएमओ कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया गया। समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी (आप) के प्रतिनिधियों को भी इसके बारे में सूचित किया गया है।’’

सिंघल ने कहा, सोनिया गांधी के रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र में उनके प्रतिनिधि किशोरी लाल शर्मा अमेठी जिले के पार्टी नेताओं के अनुरोध पर बुधवार को विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।

मंगलवार को अस्पताल गेट पर अनिश्चितकालीन प्रदर्शन शुरू करने वाले 400 से अधिक कर्मचारियों ने अपना आंदोलन जारी रखने का फैसला किया है।

अस्पताल कर्मचारी संघ के नेता संजय सिंह ने कहा, ‘‘जब तक अस्पताल को अपना कामकाज फिर से शुरू करने की अनुमति नहीं मिल जाती, हम विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।’’

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