देश की खबरें | विघटनकारी तत्वों से निपटने के लिए एकजुटता जरूरी : सिन्हा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को नागरिकों से विघटनकारी ताकतों की साजिशों को विफल करने का आह्वान करते हुए कहा कि साल 2047 तक विकसित राष्ट्र के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपने को साकार करने के लिए भारत का एकजुट होना जरूरी है।

गाजीपुर, 25 दिसंबर जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को नागरिकों से विघटनकारी ताकतों की साजिशों को विफल करने का आह्वान करते हुए कहा कि साल 2047 तक विकसित राष्ट्र के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपने को साकार करने के लिए भारत का एकजुट होना जरूरी है।

सिन्हा ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने में किसानों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित भी किया।

उन्होंने जिला पंचायत सभागार में जिला सहकारी बैंक एटीएम के उद्घाटन के अवसर पर कहा, "सहकारिता एक ऐसा मंत्र है जो हमारे किसानों के लिए समृद्धि ला सकता है। जब किसान समृद्ध होंगे तभी राष्ट्र आर्थिक ऊंचाइयों पर पहुंचेगा।"

उन्होंने कहा, "आक्रमणकारियों और विभाजनकारी ताकतों ने ऐतिहासिक रूप से भारत की अर्थव्यवस्था को कमजोर किया है।"

पूर्व केंद्रीय मंत्री सिन्हा ने नागरिकों से "विघटनकारी ताकतों की साजिशों’’ को विफल करने का आह्वान करते हुए इस बात पर जोर दिया कि साल 2047 तक विकसित राष्ट्र के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपने को साकार करने के लिए एकजुट भारत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हालांकि, साल 2014 में नरेन्द्र मोदी की सरकार बनने के बाद से देश आर्थिक विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की एक हालिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए सिन्हा ने कहा, "आईएमएफ की ताजा रिपोर्ट भारत की अर्थव्यवस्था की मजबूती और आगे की गति की पुष्टि करती है।"

केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह की सराहना करते हुए सिन्हा ने प्राथमिक समितियों और प्राथमिक कृषि ऋण समितियों जैसी संस्थाओं के जारी पुनरुद्धार पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, ‘‘नयी सहकारी समितियां बनाई जा रही हैं। सहकारी मॉडल को अपनाकर हमारे किसान उल्लेखनीय विकास हासिल कर सकते हैं। जब किसान समृद्ध होते हैं, तो राष्ट्र समृद्ध होता है।’’

सिन्हा ने सहकारी बैंकों के कायाकल्प पर भी संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "मुझे यह देखकर खुशी हुई कि एक सहकारी बैंक जो लंबे समय से घाटे में चल रहा था, अब लाभ कमा रहा है। हमें विकसित भारत के निर्माण के लिए इस प्रगति को जारी रखना चाहिए।"

सिन्हा ने सहकारी बैंकों को मजबूत करने के लिए ई-बैंकिंग और नेट बैंकिंग जैसे डिजिटल जरिये अपनाने के महत्व पर जोर दिया।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\