Bharat Jodo Yatra: हरियाणा में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी ने कहा, ‘‘आज की लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच’’
कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बुधवार को हरियाणा में प्रवेश करने पर पार्टी के नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि आज लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच है, एक जो कुछ चुनिंदा लोगों को फायदा पहुंचाती है, जबकि ‘‘दूसरी अन्य लोगों, किसानों और मजदूरों की आवाज उठाती है.
नूंह (हरियाणा), 21 दिसंबर : कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ (Bharat Jodo Yatra) के बुधवार को हरियाणा में प्रवेश करने पर पार्टी के नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधते हुए कहा कि आज लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच है, एक जो कुछ चुनिंदा लोगों को फायदा पहुंचाती है, जबकि ‘‘दूसरी अन्य लोगों, किसानों और मजदूरों की आवाज उठाती है.’’ यात्रा राजस्थान से हरियाणा पहुंची है. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, पार्टी के प्रदेश प्रमुख उदय भान सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने यात्रा का राज्य में स्वागत किया. यह यात्रा 23 दिसंबर तक राज्य के अलग-अलग इलाकों से गुजरेगी.
हरियाणा के नूंह जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि देश में दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई कोई नई बात नहीं है यह हजारों साल से चली आ रही है. भाजपा के नेताओं के उनके पदयात्रा पर सवाल उठाने पर गांधी ने कहा कि वे पूछते हैं कि कन्याकुमारी से यात्रा शुरू करने की क्या जरूरत थी. गांधी ने कहा, ‘‘ मैं भारत जोड़ो यात्रा के जरिए नफरत के बाजार में प्यार की दुकान खोल रहा हूं. जब ये लोग देश में जाकर नफरत फैलाते हैं, तब हमारी विचारधारा वाले लोग बाहर निकलकर प्यार व स्नेह बांटते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ यह कोई नई लड़ाई नहीं है, यह मत सोचिए कि यह लड़ाई आज की है या 21वीं सदी की है... यह लड़ाई हजारों साल पुरानी है... एक विचारधारा जो कुछ चुनिंदा लोगों को फायदा पहुंचाती है, जबकि दूसरी लोगों, किसानों, गरीबों और मजदूरों की आवाज उठाती है.’’ यह भी पढ़ें : West Bengal: स्वयंभू तांत्रिक के दुष्कर्म के बाद महिला ने आत्महत्या कर ली
गांधी ने कहा, ‘‘ यह लड़ाई चलती रहेगी, लेकिन इस लड़ाई में कांग्रेस पार्टी की एक भूमिका है और हम सभी की एक भूमिका है. इसलिए हमने यह यात्रा शुरू की है.’’ यात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु में कन्याकुमारी से शुरू हुई. तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान से होकर अब हरियाणा पहुंची है. फरवरी की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर में यह यात्रा सम्पन्न होगी. यात्रा के तहत 150 दिन में 3,570 किलोमीटर का सफर तय करने का लक्ष्य है.