देश की खबरें | तिरुपति: वैकुंठ द्वार दर्शनम का टिकट पाने की कोशिश कर रहे छह श्रद्धालुओं की भगदड़ में मौत

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. तिरुमला स्थित भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में बुधवार रात भगदड़ मचने से कम से कम छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

तिरुपति (आंध्र प्रदेश), आठ जनवरी तिरुमला स्थित भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में बुधवार रात भगदड़ मचने से कम से कम छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

यह भगदड़ उस समय मची, जब वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए सैकड़ों लोग टिकट पाने की कोशिश कर रहे थे।

तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के अध्यक्ष बी आर नायडू ने बताया कि एक शव की पहचान कर ली गई है।

बी आर नायडू ने एक स्थानीय समाचार चैनल से कहा, ‘‘एक डीएसपी (पुलिस उपाधीक्षक​​) ने गेट खोले...और तुरंत ही सभी लोग आगे बढ़ने लगे, जिससे भगदड़ मच गई और खबरें आ रही हैं कि छह लोगों की मौत हो गई है।’’

देश भर से सैकड़ों श्रद्धालु 10 जनवरी से शुरू होने वाले 10 दिवसीय वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए यहां आए हैं।

मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘तिरुपति में वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए प्रयास करते समय विष्णु निवासम के पास भगदड़ में कुछ श्रद्धालुओं की मौत होने की घटना से मैं बहुत दुखी हूं।’’

टीटीडी अध्यक्ष ने बताया कि चंद्रबाबू नायडू ने टेलीकॉन्फ्रेंस की और मंदिर कर्मचारियों को लेकर असंतोष व्यक्त किया तथा कहा कि ऐसी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि इस बात का संदेह है कि यह (मंदिर) प्रशासन की चूक के कारण हुआ है।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री बृहस्पतिवार को घायलों को सांत्वना देने के लिए तिरुपति आ रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने हमें निर्देश दिया है कि इस तरह की घटनाएं दोबारा नहीं होनी चाहिए।’’

बी आर नायडू ने कहा, ‘‘इसे सबक के तौर पर लेते हुए, भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकना हम सभी का दायित्व है।’’

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बृहस्पतिवार को अनुग्रह राशि की घोषणा करेंगे।

टीटीडी बोर्ड के सदस्य भानु प्रकाश ने भगदड़ को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इस घटना के लिए भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के भक्तों से क्षमा मांगी।

उन्होंने कहा कि कुछ चूक हुई हैं और कड़ी कार्रवाई की जाएगी, लेकिन खोई हुई जिंदगियां वापस नहीं लाई जा सकतीं।

इस बीच, पुलिस द्वारा कुछ महिला श्रद्धालुओं को सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) देने और घायल व्यक्तियों को एंबुलेंस में ले जाने के वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हो रहे हैं।

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