मेरठ (उप्र), 19 जून , उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव(गृह) संजय प्रसाद ने सोमवार को अधिकारियों को निर्देश दिया कि कांवड़ यात्रा की तैयारियों में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए और वे सुनिश्चित करें कि यह यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो।
उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि कावड़ यात्रा में 12 फीट या इससे लंबे भाले, त्रिशूल लेकर श्रद्धालु नहीं चले।
कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विजय कुमार के साथ संजय प्रसाद ने सोमवार को कांवड़ यात्रा कह तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की।
प्रसाद ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान सोशल मीडिया के जरिये प्रसारित की जाने वाली अफवाहों पर नजर रखी जाए और इस तरह की हरकत करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि डीजे पर अशोभनीय गाना न बजे, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। प्रमुख सचिव ने आपराधिक तत्वों पर पैनी नजर रखने के साथ ही कांवड़ यात्रा को प्लास्टिक मुक्त बनाने का निर्देश दिया।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि कांवड़ यात्रा के मद्देनजर पश्चिम उत्तर प्रदेश को पांच जोन में बांटा गया है।
प्रसाद ने बैठक के दौरान कावंड़ मार्ग पर सड़क के दोनों तरफ सफाई-व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द यहां पर कावंड़ यात्रा शुरू होने वाली है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अच्छी तैयारी होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि ‘‘इसके लिए मुख्यमंत्री जी ने मुझे और डीजीपी साहब को विशेष तौर पर आप लोगों के बीच भेजा है। यह सुनिश्चित हो कि कांवड़ यात्रा बिल्कुल शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न की जाए और 30 जून से पूर्व कांवड़ यात्रा के सभी मार्ग को दुरुस्त किया जाए।’’
प्रसाद ने कहा, ‘‘ कहीं पर गड्ढे न हों, प्रत्येक पांच किलोमीटर पर चिकित्सा की सुविधा हो, शिविर सड़क से हटकर लगे और सभी प्रमुख स्थानों पर खोया पाया शिविर भी लगाया जाए।’’ उन्होंने कहा कि शिविर बायीं तरफ तथा सड़क से 20 फीट अंदर लगाये जायेंगे।
इससे पहले डीजीपी विजय कुमार ने कहा कि कांवड़ मार्ग पर सड़क के दोनों तरफ सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देना है। कांवड़ मार्ग पर ऐसी व्यवस्था करनी है कि किसी तरह की घटना ना घटित होने पाए।
उन्होंने बैठक में मौजूद हरियाणा, उत्तराखंड और दिल्ली के अधिकारियों से कहा कि वह कांवड़ यात्रा से जुड़े अधिकारियों के फोन नंबर साझा करें, ताकि आपसी समन्वय स्थापित हो सके।
बैठक में पड़ोसी राज्यों से बेहतर समन्वय स्थापित करने के साथ ही यातायात मार्ग में बदलाव, पार्किंग, कांवड़ शिविर, स्वास्थ्य सेवा की योजना पर चर्चा की गई।
बैठक के बाद प्रसाद और कुमार ने पत्रकारों को बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर कांवड़ यात्रा को संपन्न कराने के लिए समीक्षा बैठक की गई जिसमें उत्तराखंड के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था), हरियाणा के एडीजी कानून- व्यवस्था हरियाणा और दिल्ली के पुलिस आयुक्त (यातायात) के साथ तैयारियों पर चर्चा की गई।
उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्रा से जुड़े रेंज और जिलों के पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र में यात्रा की तैयारियों को लेकर प्रस्तुति दी।
दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि बैठक में मेरठ और आसपास के पांच मंडलों के पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के अलावा दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा व राजस्थान के अधिकारी भी मौजूद रहे।
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