गुलाबी बाग के लोगों ने इलाके में तबलीगी जमात के सदस्यों को रखे जाने का विरोध किया
दिल्ली सरकार कर्मचारी कल्याण संघ ने उपराज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर मांग की है कि यह पृथक केंद्र को उस स्थान पर बनाया जाए, जहां कम संख्या में लोग रहते हों।
नयी दिल्ली, नौ अप्रैल राष्ट्रीय राजधानी के गुलाबी बाग क्षेत्र में रहने वाले दिल्ली सरकार के सैकड़ों कर्मचारियों ने इलाके में चारों ओर से आवासीय भवनों से घिरे एक स्कूल भवन में बनाये गये पृथक वास में तबलीगी जमात के करीब 120 सदस्यों को रखे जाने का विरोध किया है। दरअसल, उन्हें डर है कि इस कदम से क्षेत्र में कोरोना वायरस का संक्रमण फैल सकता है।
दिल्ली सरकार कर्मचारी कल्याण संघ ने उपराज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर मांग की है कि यह पृथक केंद्र को उस स्थान पर बनाया जाए, जहां कम संख्या में लोग रहते हों।
गुलाबी बाग सरकारी फ्लैट्स-आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष संजीव भारद्वाज ने कहा कि इस क्षेत्र में 15,000 लोग रहते हैं और चारों ओर से मौजूद फ्लैट के बीच स्थित स्कूल भवन को पृथक केंद्र में तब्दील कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि अगर तबलीगी जमात के सदस्यों को अन्य स्थान पर नहीं भेजा जाता है तो यह स्थान हॉटस्पॉट (कोरोना वायरस संक्रमण से अत्यधिक प्रभावित क्षेत्र) बन सकता है क्योंकि यहां के सरकारी कर्मचारी आवश्यक जन सेवाओं में लगे हुए हैं।
सरकारी कर्मचारियों के परिवार में डर का माहौल है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को तबलीगी जमात के दो लोगों ने पृथक केंद्र से भागने की कोशिश की थी।
भारद्वाज ने कहा, ‘‘ मैंने उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री को भी पत्र लिख कर कहा है कि इन लोगों को उन स्थानों पर भेजा जाए, जहां आबादी सघन नहीं है।''
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