Omicron Variant: ओमीक्रोन के खतरे के कारण स्कूल आने वाले विद्यार्थियों की संख्या 14 फीसदी घटने की आशंका
कोरोना वायरस के नये स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ को लेकर उत्पन्न चिंता के कारण भारत में विद्यालयों की प्रत्यक्ष कक्षाओं में विद्यार्थियों की उपस्थिति में 14 फीसदी की गिरावट आने की आशंका है.
नयी दिल्ली, 2 दिसंबर : कोरोना वायरस के नये स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ को लेकर उत्पन्न चिंता के कारण भारत में विद्यालयों की प्रत्यक्ष कक्षाओं में विद्यार्थियों की उपस्थिति में 14 फीसदी की गिरावट आने की आशंका है. पूरे देश में कराये गये एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी है. ऑनलाइन मंच लोकलसर्किल्स के राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण से संकेत मिलता है कि कक्षाओं के लिए अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजने वाले अभिभावकों की संख्या बढ़ सकती है.
इस अध्ययन में कहा गया है, ‘‘ एक सप्ताह में 25 से अधिक देशों ने अपने यहां ओमीक्रोन की मौजूदगी की खबर दी है और वैज्ञानिकों ने इस बात की पुष्टि की है कि यह कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप से अधिक तेजी से फैलता है और कुछ हद तक टीकों के असर से भी बच निकलता है . इसमें कहा गया है, ‘‘ सर्वेक्षण के दौरान भारत के 308 जिलों में माता-पिता से 15,875 प्रतिक्रियाएं ली गईं जिनसे पता चला कि देश के विद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति में 14 फीसदी की गिरावट आने की संभावना है. ’’ यह भी पढ़ें : Omicron Variant: स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया- पिछले 24 घंटे में देश में ओमिक्रोन के 2 मामले दर्ज़ किए गए
सर्वेक्षण के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका के डॉक्टरों ने 25 साल से कम उम्र वालों में नये स्वरूप के मामले अधिक पाये हैं. इसी देश में यह स्वरूप सबसे पहले सामने आया. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नये स्वरूप सार्स-कोव-2 को ‘चिंताजनक स्वरूप ’ करार दिया है. सर्वेक्षण के अनुसार, इस सप्ताह तक ही 58 फीसदी अभिभावक बच्चों को प्रत्यक्ष कक्षाओं के लिए विद्यालय भेजेंगे. लेकिन आने वाले समय में इनमें से 14 फीसदी अभिभावक कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के जोखिम की वजह से बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर देंगे.