गुवाहाटी, 22 जून असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को दावा किया कि बांग्लादेशी मूल के अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों ने केंद्र और राज्य में भाजपा नीत सरकारों द्वारा उनके लिए किए गए विकास कार्यों पर विचार किए बिना इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को बढ़-चढ़कर वोट दिया।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि यह असम का एकमात्र समुदाय है जो सांप्रदायिकता में लिप्त है।
यहां पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में भाजपा और सहयोगी दलों के विजयी उम्मीदवारों के अभिनंदन समारोह में उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन को लगभग 47 प्रतिशत वोट मिले, जबकि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने 39 प्रतिशत वोट हासिल किए।
भाजपा-अगप-यूपीपीएल गठबंधन ने राज्य की 14 में से 11 लोकसभा सीट पर जीत हासिल की, जबकि शेष तीन सीट कांग्रेस ने जीतीं।
उन्होंने दावा किया, "अगर हम कांग्रेस के 39 प्रतिशत मतों का विश्लेषण करें तो यह पूरे राज्य से नहीं मिला है। इसका 50 प्रतिशत हिस्सा 21 विधानसभा क्षेत्रों में से मिला है, जो अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र हैं। इन अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में भाजपा को तीन प्रतिशत वोट मिले।"
मुख्यमंत्री ने कहा, "इससे साबित होता है कि हिंदू सांप्रदायिकता में लिप्त नहीं हैं। अगर असम में कोई सांप्रदायिकता में लिप्त है तो वह केवल एक समुदाय, एक धर्म है। कोई अन्य धर्म ऐसा नहीं करता।"
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