देश की खबरें | पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने कानून-व्यवस्था पर केंद्र को रिपोर्ट भेजी, ममता से कहा-आग से नहीं खेलें

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हिंसक हमले को लेकर केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेज दी है। साथ ही उन्होंने राज्य में खराब होती कानून व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की।

एनडीआरएफ/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

कोलकाता, 11 दिसंबर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हिंसक हमले को लेकर केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेज दी है। साथ ही उन्होंने राज्य में खराब होती कानून व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की।

भाजपा को लगातार बाहरी पार्टी करार देने संबंधी ममता बनर्जी की टिप्पणी की निंदा करते हुए धनखड़ ने उनसे ऐसी राजनीति से दूर रहने को कहा जो राष्ट्रीय ताने-बाने को कमजोर करती हैं।

यह भी पढ़े | मेघालय के सीएम Conrad Sangma कोरोना पॉजिटिव, खुद को किया आइसोलेट.

उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि नड्डा पर हमले की घटना अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के दिन हुयी।

राजभवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में राज्यपाल ने कहा, ‘‘ मैंने केंद्र को अपनी रिपोर्ट भेज दी है जिसकी विषय वस्तु यहां साझा नहीं की जा सकती।’’

यह भी पढ़े | Winter 2020: उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और उत्तर भारत के कई राज्यों में 14 दिसंबर तक रहेगा घना कोहरा- IMD ने जारी किया अलर्ट.

उन्होंने आरोप लगाया कि कानून का उल्लंघन करने वालों को पुलिस और प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है और विपक्ष के किसी भी प्रतिरोध को कुचला जा रहा है।

धनखड़ ने कहा, ‘‘राज्यपाल डाकघर नहीं है... वह राजभवन में ही सीमित नहीं रह सकता जब मानवाधिकारों का उल्लंघन हो।’’

उन्होंने कहा, ‘‘राज्यपाल अपनी शपथ का अनुपालन करेगा चाहे कुछ भी हो।’’ उन्होंने जोर देकर कहा कि संविधान की रक्षा करना उनका कर्तव्य है।

धनखड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री भी संवैधानिक प्रावधानों के तहत है और उन्हें संविधान के अनुसार ही कार्य करना होगा।

भाजपा को बाहरी पार्टी करार देने संबंधी ममता बनर्जी की टिप्पणी का संदर्भ देते हुए धनखड़ ने कहा कि भारत की नागरिकता एक है और स्थानीय बनाम बाहरी की राजनीति बंद होनी चाहिए।

उन्होंने आरोप लगाया कि नौकरशाहों का एक वर्ग ‘ राजनीतिक नौकर’ की तरह काम कर रहा है जबकि उसे वेतन जनता के पैसों से मिल रहा है।

राज्यपाल ने कहा, ‘‘जवाबदेही तय की जाएगी।’’ उन्होंने ममता बनर्जी से कहा कि वह आग से नहीं खेलें।

उन्होंने कहा, ‘‘ हर बीतते दिन के साथ राज्य में कानून व्यवस्था खराब हो रही है। मुख्यमंत्री और प्रशासन को अगाह करने के बावजूद कुछ नहीं हो रहा है।’’

धनखड़ कर ने कहा कि मुख्यमंत्री का राजभवन के प्रति ‘‘गैर उत्तरदायी’’ रवैया इंगित करता है कि संविधान के अनुसार शासन नहीं चल रहा है।

उन्होंने रेखांकित किया कि कानून के राज से शासन की दूरी लोकतंत्र में स्वीकार्य नहीं है। धनखड़ ने कहा कि असंवैधानिक मापदंड खतरनाक स्तर पर पहुंच गए हैं और इससे मेरे लिए यह निष्कर्ष निकालना कठिन है कि राज्य में शासन संविधान के तहत चल रहा है।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमले को ‘दुर्भाग्यपूर्ण और लोकतंत्र पर धब्बा’’ करार देते हुए राज्यपाल ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने वालों को पुलिस और प्रशासन से संरक्षण प्राप्त है।

उन्होंने कहा, ‘‘ पश्चिम बंगाल में मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य यह है कि किसी भी विपक्ष (विरोध) को बेरहमी से दबा दिया जाता है...कल मानवाधिकार को तिलांजलि दे दी गई।’’

नड्डा के काफिले पर हुए हमले पर ममता बनर्जी की टिप्पणी को बेहद दुर्भाग्यपूण करार देते हुए राज्यपाल ने कहा, ‘‘ मैंने माननीय मुख्यमंत्री के बयान को गंभीरता से लिया है। किस तरह से एक जिम्मेदार मुख्यमंत्री, कानून के राज ...संविधान में विश्वास करने वाला, बंगाली संस्कृति पर भरोसा करने वाला ऐसा कह सकता है जैसा उन्होंने कहा।’’

उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को भाजपा अध्यक्ष के उपनाम का मखौल उड़ाते हुए काफिले पर हमले को 'नाटक' बताया था।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\