देश की खबरें | महिला चिकित्सक की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार किया गया

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. कोलकाता पुलिस ने एक सरकारी अस्पताल में एक महिला परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सक के यौन उत्पीड़न और हत्या के मामले में कथित रूप से शामिल एक व्यक्ति को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया।

कोलकाता, 10 अगस्त कोलकाता पुलिस ने एक सरकारी अस्पताल में एक महिला परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सक के यौन उत्पीड़न और हत्या के मामले में कथित रूप से शामिल एक व्यक्ति को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संकल्प लिया कि वह अपराधी के लिए मौत की सजा सुनिश्चित करेंगी।

कोलकाता की एक अदालत ने महिला प्रशिक्षु चिकित्सक की हत्या के संबंध में गिरफ्तार आरोपी को शनिवार को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया जिसके तुरंत बाद ममता ने यह बयान दिया।

गिरफ्तारी के बाद आरोपी को सियालदाह की अदालत में पेश किया गया। आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 64 (बलात्कार) और 103 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

न्यायाधीश ने अपराध के बारे में विस्तृत पूछताछ के लिए आरोपी को 23 अगस्त तक 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेजने का अभियोजन पक्ष का अनुरोध स्वीकार कर लिया।

बनर्जी ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि मामले की सुनवाई ‘त्वरित’ अदालत में हो।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग को लेकर कनिष्ठ चिकित्सकों द्वारा किया गया विरोध प्रदर्शन उचित है।

उन्होंने एक बांग्ला समाचार चैनल पर कहा, “मैं कनिष्ठ चिकित्सकों द्वारा की जा रही मांगों का समर्थन करती हूं।”

बनर्जी ने कहा कि यदि मांग की जाती है तो पश्चिम बंगाल सरकार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) सहित किसी भी एजेंसी से मामले की जांच कराने पर कोई आपत्ति नहीं है।

इस घटना को वीभत्स और घृणित बताते हुए उन्होंने विभिन्न सरकारी अस्पतालों के कनिष्ठ चिकित्सकों से विरोध प्रदर्शन के दौरान स्वास्थ्य सेवाएं जारी रखने का आग्रह किया।

बनर्जी ने कहा, “मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैंने अपने परिवार में किसी को खो दिया है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सकों पर किसी भी हमले को रोकने के लिए हर अस्पताल में पुलिस शिविर स्थापित किए गए हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के अधीक्षकों/प्राचार्यों की यह जिम्मेदारी है कि वे अपने-अपने अस्पतालों में आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करें।

बनर्जी ने कहा, “हम यह भी जांच करेंगे कि क्या उनकी ओर से कोई लापरवाही तो नहीं हुई थी।”

राजभवन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने राज्य सरकार से मामले में तत्काल कार्रवाई करने और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।

पोस्ट में कहा गया है, ‘‘राज्यपाल ने राज्य सरकार से मामले में तत्काल कार्रवाई करने और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। राज्यपाल भारत सरकार के साथ भी इस मामले को उठा रहे हैं ताकि उचित कार्रवाई की जा सके।’’

उत्तरी कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के सभागार में शुक्रवार को एक महिला चिकित्सक का शव मिला था। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में हत्या से पहले दुष्कर्म की पुष्टि हुई है।

कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के अनुसार, परिस्थितिजन्य साक्ष्यों और रात्रि ड्यूटी के दौरान मौजूद चिकित्सकों की गवाही के आधार पर आरोपी पर बलात्कार और हत्या का आरोप लगाया गया है।

गोयल ने शनिवार को कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि महिला स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के यौन उत्पीड़न और हत्या के आरोपी को दोषी पाए जाने पर ‘‘कठोरतम सजा’’ मिले।

गोयल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘यह एक जघन्य अपराध है और गिरफ्तार व्यक्ति कथित तौर पर परिस्थितिजन्य साक्ष्यों तथा रात की ड्यूटी के दौरान मौजूद रहे अन्य डॉक्टरों से मिले विवरण के आधार पर इसमें शामिल लगता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एसआईटी का गठन किया गया है और सबूतों के आधार पर व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उसे कड़ी से कड़ी सजा मिले। उसे आज अदालत में पेश किया जाएगा।’’

गोयल ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि यह हत्या के साथ-साथ यौन उत्पीड़न का भी मामला है।

उन्होंने कहा कि पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी की गई और प्रक्रिया के दौरान मृतका के परिवार के सदस्य मौजूद थे।

पुलिस आयुक्त ने कहा, ‘‘जहां तक ​​आरोपी की बात है, तो अपराध में उसकी गहरी संलिप्तता है। वह बड़ा अपराधी है।’’

शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच पारदर्शी तरीके से की जाएगी और ‘‘अगर परिवार मांग करता है, तो जांच किसी अन्य एजेंसी से कराई जा सकती है’’।

पुलिस के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने पहले कहा था कि गिरफ्तार व्यक्ति एक बाहरी व्यक्ति है जिसकी अस्पताल के विभिन्न विभागों तक आसान पहुंच थी।

उन्होंने कहा, ‘‘उसकी गतिविधियां काफी संदिग्ध हैं और ऐसा लगता है कि वह सीधे तौर पर अपराध में शामिल है।’’

चिकित्सक की हत्या के विरोध में राज्य के विभिन्न अस्पतालों के कनिष्ठ चिकित्सकों ने शनिवार को प्रदर्शन किया और जुलूस निकाला।

उन्होंने महिला डॉक्टर की हत्या और उसका यौन उत्पीड़न करने में शामिल लोगों को कड़ी सजा देने की मांग की।

'इंटर्न', स्नातकोत्तर प्रशिक्षुओं, कनिष्ठ चिकित्सकों सहित अन्य कर्मचारियों ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, नेशनल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल और मेडिकल कॉलेज, कोलकाता में प्रदर्शन किया तथा जुलूस निकाला।

बर्धमान मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल तथा बांकुरा सम्मिलानी मेडिकल कॉलेज सहित कुछ जिलों के अस्पतालों में भी प्रदर्शन किया गया।

उन्होंने महिला चिकित्सक का यौन उत्पीड़न और हत्या करने में संलिप्त लोगों को कड़ी सजा देने तथा अस्पतालों में चिकित्सकों की सुरक्षा की मांग की।

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की छात्र शाखा ‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (एसएफआई) और युवा शाखा ‘डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (डीवाईएफआई) ने कहा कि वे पश्चिम बंगाल में हत्या के विरोध में शनिवार और रविवार को सड़क जाम करेंगे।

मृत प्रशिक्षु चिकित्सक ‘चेस्ट मेडिसिन डिपार्टमेंट’ की द्वितीय वर्ष की छात्रा थी और बृहस्पतिवार रात वह ड्यूटी पर थी। उसके शव पर चोट के निशान पाए गए।

पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी के साथ बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई।

पुलिस ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि हुई है कि प्रशिक्षु महिला चिकित्सक की हत्या करने से पहले उसका यौन शोषण किया गया।

तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि ऐसे जघन्य अपराधों के आरोपी लोगों को या तो ‘‘मृत्युदंड दिया जाना चाहिए या उन्हें मुठभेड़ में मार देना’’ चाहिए क्योंकि वे समाज में रहने के लायक नहीं हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र को ऐसे अपराधियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई के लिए अध्यादेश लाना चाहिए। छह महीने बाद इसे संशोधन में बदला जा सकता है।’’

उन्होंने कहा कि भाजपा की बंगाल इकाई को अपने नेतृत्व को पत्र लिखकर ऐसा कानून बनाने की मांग करनी चाहिए जो बलात्कार और हत्या के मामलों में सात दिनों के भीतर त्वरित न्याय सुनिश्चित करे।

इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस घटना की शनिवार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की।

केंद्रीय राज्य मंत्री और भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि मृतका के शरीर पर चोट के निशान इस जघन्य अपराध में एक से अधिक लोगों की संलिप्तता का संकेत देते हैं।

मजूमदार ने कहा, “किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी छलावा हो सकती है। केवल सीबीआई जांच ही पूरी सच्चाई को उजागर कर सकती है और युवती को न्याय दिला सकती है।”

मजूमदार और पार्टी की राज्य महासचिव अग्निमित्रा पॉल को मृतका के घर जाते समय बैरकपुर पुलिस आयुक्तालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने रोक लिया, जिस पर उनकी पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक हुई।

भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख ने पुलिस की देरी से कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि पुलिस ने शुरू में मामले को आत्महत्या के रूप में पेश करने की कोशिश की और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हस्तक्षेप के बाद ही कार्रवाई की।

उन्होंने सवाल किया कि क्या गंभीर घटनाओं की जांच के लिए पुलिस को मुख्यमंत्री से निर्देश लेने की आवश्यकता है?

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की राज्य इकाई के सचिव मोहम्मद सलीम ने पुलिस जांच को अपर्याप्त बताते हुए खारिज कर दिया और भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के तहत सीबीआई जांच पर संदेह व्यक्त किया। सलीम ने सीबीआई जांच के बजाय उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की मांग की।

घटना को लेकर हो रहे प्रदर्शनों पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने कहा, ‘‘ऐसे जघन्य अपराधों पर विरोध प्रदर्शन हो सकते हैं। यह पूरी तरह से समझ में आता है लेकिन जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह बयान दिया है कि किसी अन्य एजेंसी से जांच का स्वागत है, तो क्या विरोध प्रदर्शन जारी रखने की कोई आवश्यकता है?’’

नेशनल मेडिकोज ऑर्गनाइजेशन (एनएमओ) पश्चिम बंगाल के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल सी वी आनंद बोस से मुलाकात की और घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए एक ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने ड्यूटी पर तैनात लोगों, खासकर रात में महिला चिकित्सकों के लिए उचित सुरक्षा की मांग की।

डॉक्टर की हत्या की निंदा करते हुए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी चिकित्सकों ने ‘कैंडल मार्च’ निकाला।

इस बीच, पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्धमान जिले में एक सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों और नर्सों ने शनिवार को प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि एक मरीज ने इलाज में देरी होने पर एक महिला चिकित्सक को धमकी दी थी।

नशे की हालत में मरीज ‘भतार स्टेट जनरल अस्पताल’ के आपातकालीन वार्ड में घुस गया और उसने महिला चिकित्सक को धमकी दी कि उसे भी वही परिणाम भुगतना पड़ेगा जो कोलकाता के अस्पताल में प्रशिक्षु चिकित्सक को भुगतना पड़ा था।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले के आरोपी सुशांत रॉय को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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