जरुरी जानकारी | शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन तेजी, धातु, आईटी कंपनियों के शेयर चमके
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बाजार में बृहस्पतिवार को लगातार तीसरे दिन तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स 84 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले तथा इसकी रोकथाम के लिये देश के कई भागों में लगायी गयी पाबंदियों के कारण निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं।
मुंबई, आठ अप्रैल उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बाजार में बृहस्पतिवार को लगातार तीसरे दिन तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स 84 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले तथा इसकी रोकथाम के लिये देश के कई भागों में लगायी गयी पाबंदियों के कारण निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं।
कारोबारियों के अनुसार रुपये की विनिमय दर में गिरावट की प्रवृत्ति का भी जोखिम धारणा पर असर पड़ रहा है।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स में लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में तेजी आयी और यह 84.45 अंक यानी 0.17 प्रतिशत की बढ़त के साथ 49,746.21 पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 54.75 अंक यानी 0.37 प्रतिशत की बढ़त के साथ 14,873.80 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में अल्ट्राटेक सीमेंट रहा। इसमें 4.24 प्रतिशत की तेजी आयी। इसके अलावा, टाइटन, टेक महिंद्रा, नेस्ले इंडिया, टीसीएस, बजाज फिनसर्व और एल एंड टी में भी अच्छी तेजी रही।
दूसरी तरफ, जिन शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उनमें इंडसइंड बैंक, ओएनजीसी, सन फार्मा, एचडीएफसी बैंक तथा एक्सिस बैंक शामिल हैं। इनमें 1.07 प्रतिशत तक की गिरावट आयी।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में तेजी जारी है। इसे मौद्रिक नीति में नरम रुख से समर्थन मिला। हालांकि दोपहर कारोबार में बैंक शेयरों में बिकवाली के कारण इसमें कुछ सुधार देखने को मिला।’’
उन्होंने कहा, ‘‘धातु कंपनियों के शेयरों ने क्षेत्र के अन्य शेयरों की तेजी की अगुवाई की। स्टील के दाम और उत्पादन में तेजी से इसे समर्थन मिला। चौथी तिमाही के परिणाम का समय शुरू हो गया है और बाजार आने वाले दिनों में शेयर केंद्रित तेजी की उम्मीद कर रहा है....।’’
रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति मामलों के प्रमुख विनोद मोदी ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में कारोबार के दौरान ज्यादातर समय तेजी रही, लेकिन बाद में तेजी कम हुई। कोविड-19 के बढ़ते मामले निवेशकों की धारणा को प्रभावित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में कंपनियों की आय बेहतर रहने की उम्मीद तथा डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में गिरावट से निवेशक आईटी कंपनियों के शेयरों की ओर आकर्षित हो रहे हैं।’’
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति बैठक का ब्योरा आने के बाद वैश्विक बाजारों में तेजी बनी रही। इसमें नरम रुख की बात दोहरायी गयी है।
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग और सोल बढ़त के साथ बंद हुए जबकि तोक्यो में गिरावट रही।
यूरोपीय बाजार शुरूआती कारोबार में लाभ में रहे।
इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ 62.88 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 11 पैसे टूटकर 74.58 पर बंद हुआ।
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