जरुरी जानकारी | कमजोर वैश्विक रुख से शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स 116 अंक टूटा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला सोमवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में भी जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 116 अंक और टूट गया। वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख और पश्चिम एशिया में तनाव के बीच ब्रेंट कच्चे तेल में तेजी से बाजार में गिरावट आई।

मुंबई, 16 अक्टूबर घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला सोमवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में भी जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 116 अंक और टूट गया। वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख और पश्चिम एशिया में तनाव के बीच ब्रेंट कच्चे तेल में तेजी से बाजार में गिरावट आई।

तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 115.81 अंक यानी 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 66,166.93 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 243.36 अंक तक लुढ़क गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 19.30 अंक यानी 0.10 प्रतिशत फिसलकर 19,731.75 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के शेयरों में नेस्ले, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इंडसइंड बैंक, एशियन पेंट्स, भारती एयरटेल, टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, कोटक महिंद्रा बैंक और हिंदुस्तान यूनिलीवर में प्रमुख रूप से गिरावट रही।

दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एक्सिस बैंक, पावर ग्रिड और महिंद्रा एंड महिंद्रा शामिल हैं।

कोटक सिक्योरिटीज लि. के शोध प्रमुख (खुदरा) श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘बाजार में कारोबार सीमित दायरे में बना रहा और एशिया के अन्य बाजारों में कमजोर रुख के साथ गिरावट रही। इसके अलावा, बैंक, रियल्टी और आईटी शेयरों में मुनाफावसूली देखी गयी। जबकि धातु, वाहन तथा टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुएं बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में लिवाली से गिरावट पर कुछ अंकुश लगा’’

उन्होंने कहा, ‘‘अनिश्चित वैश्विक माहौल के बीच निवेशक सतर्क रुख के साथ कारोबार कर रहे हैं। इजराइल-फलस्तीन संघर्ष के साथ वैश्विक स्तर पर कमजोर बुनियाद तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली से धारणा प्रभावित हुई।’’

बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.34 प्रतिशत और मिडकैप 0.25 प्रतिशत के लाभ में रहा।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘पश्चिम एशिया में जारी तनाव से शेयर बाजार की धारणा प्रभावित हुई है। मिडकैप और स्मॉलकैप में शामिल कंपनियों में लिवाली देखी जा रही है। इसका कारण त्योहारी मांग तथा दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम अच्छा रहने की उम्मीद है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अगर कच्चे तेल के दाम में तेजी जारी रहती है, इससे ...परिचालन लागत पर असर पड़ेगा। इससे वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी छमाही में मार्जिन प्रभावित हो सकता है।’’

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे।

यूरोप के प्रमुख बाजारों में ज्यादातर में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजारों में शुक्रवार को मिला-जुला रुख था।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 317.01 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।

इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.39 प्रतिशत की गिरावट के साथ 90.54 डॉलर प्रति बैरल रहा।

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