जरुरी जानकारी | एफआईआई की बिकवाली से शेयर बाजार चौथे दिन भी गिरा, सेंसेक्स, निफ्टी में हल्की गिरावट
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. स्थानीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला बृहस्पतिवार को लगातार चौथे दिन जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 17 अंक गिर गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की पूंजी निकासी जारी रहने और वित्तीय परिणाम अपेक्षा के अनुरूप नहीं होने से दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली और वाहन कंपनियों के शेयरों में बिकवाली देखने को मिली।
मुंबई, 24 अक्टूबर स्थानीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला बृहस्पतिवार को लगातार चौथे दिन जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 17 अंक गिर गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की पूंजी निकासी जारी रहने और वित्तीय परिणाम अपेक्षा के अनुरूप नहीं होने से दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली और वाहन कंपनियों के शेयरों में बिकवाली देखने को मिली।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स में कारोबार हल्का रहा और यह 16.82 अंक यानी 0.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,065.16 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक ऊंचे में 80,259.82 अंक तक गया जबकि नीचे में 79,813.02 अंक तक आया।
उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 36.10 अंक यानी 0.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,399.40 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में हिंदुस्तान यूनिलीवर में करीब छह प्रतिशत की गिरावट आई। दैनिक उपयोग का सामान (एफएमसीजी) बनाने वाली इस कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 2.33 प्रतिशत घटकर 2,595 करोड़ रुपये रहने से इसका शेयर गिर गया। मुख्य रूप से शहरी बाजार में मांग नरम होने से कंपनी का लाभ प्रभावित हुआ है।
इसके अलावा नेस्ले, आईटीसी, मारुति, एशियन पेंट्स, इन्फोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, लार्सन एंड टुब्रो और एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शेयर भी नीचे आए।
दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में अल्ट्राटेक सीमेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाइटन, अदाणी पोर्ट्स, भारतीय स्टेट बैंक और पावर ग्रिड शामिल हैं।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘एफआईआई की लगातार निकासी के बावजूद मानक सूचकांकों में हल्की गिरावट ही रही। अक्टूबर महीने के लिए खरीद प्रबंधकों के बीच कराए गए सर्वेक्षण (पीएमआई) के आंकड़े लगातार अच्छी वृद्धि का संकेत दे रहे हैं। इससे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए आरबीआई के वृद्धि अनुमान को भी समर्थन मिलता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कुल मिलाकर बाजार में मिला-जुला रुख रहा। इसका कारण सार्वजनिक उपक्रमों और बैंकों एवं वित्तीय शेयरों में मूल्यांकन के स्तर पर सुधार है। वहीं मांग में नरमी और मार्जिन दबाव के कारण एफएमसीजी कंपनियों में गिरावट रही।’’
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 5,684.63 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 6,039.90 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा कि सौदों के साप्ताहिक निपटान के अंतिम दिन शेयर बाजार में गिरावट रही। मिले-जुले संकेतों के बीच बाजार लगभग स्थिर रहा।
छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.72 प्रतिशत टूटा जबकि मझोली कंपनियों से संबंधित मिडकैप सूचकांक 0.13 प्रतिशत नीचे आया।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे जबकि जापान का निक्की लाभ में रहा।
यूरोप के बाजारों में कारोबार के दौरान सकारात्मक रुख रहा जबकि अमेरिकी बाजार में बुधवार को गिरावट रही।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.99 प्रतिशत उछलकर 76.45 डॉलर प्रति बैरल रहा।
बीएसई सेंसेक्स में बुधवार को 138.74 अंक की गिरावट आई थी, जबकि निफ्टी 36.60 अंक टूटा था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)