जरुरी जानकारी | मुद्रास्फीति के आंकड़ों से पहले सतर्क रुख के बीच शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 236 अंक टूटा
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. खुदरा मुद्रास्फीति के आधिकारिक आंकड़ों की घोषणा से पहले निवेशकों के सतर्क रुख से बृहस्पतिवार को स्थानीय शेयर बाजारों में गिरावट रही और बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 236 अंक टूट गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में भी 93 अंक की गिरावट आई।
मुंबई, 12 दिसंबर खुदरा मुद्रास्फीति के आधिकारिक आंकड़ों की घोषणा से पहले निवेशकों के सतर्क रुख से बृहस्पतिवार को स्थानीय शेयर बाजारों में गिरावट रही और बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 236 अंक टूट गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में भी 93 अंक की गिरावट आई।
विश्लेषकों के मुताबिक, दिग्गज कंपनियों रिलायंस इंडस्ट्रीज, एलएंडटी और हिंदुस्तान यूनिलीवर में भारी बिकवाली के अलावा रुपये में कमजोरी और विदेशी निवेशकों की पूंजी निकासी से भी धारणा कमजोर हुई।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 236.18 अंक यानी 0.29 प्रतिशत गिरकर 81,289.96 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 314.5 अंक तक गिरकर 81,211.64 अंक पर आ गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 93.10 अंक यानी 0.38 प्रतिशत गिरकर 24,548.70 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में एनटीपीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा मोटर्स, मारुति सुजुकी, लार्सन एंड टुब्रो, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में गिरावट दर्ज की गई।
दूसरी तरफ भारती एयरटेल, इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, अदाणी पोर्ट्स और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के शेयर लाभ के साथ बंद हुए।
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों की घोषणा के पहले निवेशकों ने सतर्कता के साथ कारोबार किया। वैश्विक अनिश्चितता, अमेरिकी बॉन्ड के बढ़ते प्रतिफल और पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने से निवेशकों के बीच भरोसे की कमी दिख रही है।’’
व्यापक बाजार में बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक एक प्रतिशत गिर गया जबकि मिडकैप में 0.56 प्रतिशत की गिरावट रही।
क्षेत्रवार सूचकांकों में एफएमसीजी खंड में सर्वाधिक 1.15 प्रतिशत की गिरावट रही। ऊर्जा खंड में 1.03 प्रतिशत और औद्योगिक खंड में 0.83 प्रतिशत की सुस्ती रही।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘साप्ताहिक वायदा अनुबंधों की समाप्ति के दिन बाजार मिले-जुले संकेतों के बीच हल्की गिरावट पर रहे। बाजार को तेजी की राह पर लौटने के लिए किसी नए संकेतक का इंतजार है।’’
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए।
दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार में मिला-जुला रुख था। ज्यादातर अमेरिकी बाजार बुधवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 1,012.24 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की।
इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.30 प्रतिशत बढ़कर 73.74 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 16.09 अंक बढ़कर 81,526.14 अंक पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 31.75 अंक के लाभ के साथ 24,641.80 अंक पर रहा था।
प्रेम
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