जरुरी जानकारी | स्टेट बैंक कोविड-19 की किसी भी नई लहर से निपटने के लिए बेहतर स्थिति में: खारा
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा कि बैंक ने कोविड-19 महामारी से सामने आयी चुनौतियों के लिहाज से खुद को ढाल लिया है और आगे किसी भी लहर से निपटने के लिए बैंक अब बेहतर स्थिति में है।
मुंबई, 25 जून भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा कि बैंक ने कोविड-19 महामारी से सामने आयी चुनौतियों के लिहाज से खुद को ढाल लिया है और आगे किसी भी लहर से निपटने के लिए बैंक अब बेहतर स्थिति में है।
उन्होंने कहा बैंक वृद्धि पूंजी के लिहाज से सहज स्थिति में है। बैंक अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने एवं जोखिमों पर अंकुश रखने के उद्देश्य से बेहतर वृद्धि वाले क्षेत्रों में रिण देने के अवसर तलाशेगा।
खारा ने वीडियो कांफ्रेस के जरिए आयोजित बैंक की 66वीं वार्षिक महासभा को संबोधित करते हुए कहा, "बैंक ने कोविड-19 महामारी से सामने आयी चुनौतियों के लिहाज से खुद को ढाल लिया है और आगे किसी भी लहर से निपटने के लिए बेहतर स्थिति में है।"
उन्होंने कहा, "मैं पूरी सतर्कता के साथ यह उम्मीद कर रहा हूं कि वित्तीय वर्ष 2021 में बैंक का जो प्रदर्शन रहा है वह वित्तीय वर्ष 2022 में भी जारी रहेगा।"
वित्तीय वर्ष 2020-21 में बैंक ने 20,410 करोड़ रुपए का एकल शुद्ध लाभ कमाया जबकि इससे पिछले वित्तीय वर्ष में यह 14,488 करोड़ रुपए रहा था।
बीते वित्त वर्ष में बैंक की सकल गैर- निष्पादित राशि (एनपीए) एक साल पहले के 6.15 प्रतिशत से घटकर 4.98 प्रतिशत रह गई। इसके लिये कवरेज अनुपात भी अब बढ़कर 87.75 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
चेयरमैन ने कहा कि बैंक के लिये व्यवसाय निरंतरता की जो योजना तैयार की गई थी वह बेहतर रही और मार्च 2021 को समाप्त वित्तीय वर्ष के एकीकृत वित्तीय वक्तव्य में विभिन्न मानदंडों में यह परिलक्षित होती है।
खारा ने कहा कि मौजूदा वित्तीय वर्ष 2021-22 कोविड-19 की अप्रत्याशित दूसरी लहर के साथ शुरू हुआ और अर्थव्यवस्था पर उसका असर पड़ा है। इस बार हालांकि, कुछ अलग रही और पूरी तरह लॉकडाउन लगाने के बजाय स्थिति को छोटे छोटे लॉकडाउन के साथ संभाला गया। हालांकि, इसका अर्थव्यवसथा पर असर महसूस होगा।
उन्होंने कहा कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में बैंक अपना डिजिटल एजेंडा आगे बढ़ाना जारी रखेगा। योना के दायरा और बढ़ाया जायेगा। चालू वित्त वर्ष के दौरान भी दबाव वाली संपत्तियों की वसूली के लिये प्रयास जारी रहेंगे।
खारा ने कहा कि बैंक हर स्तर पर जोखिम के प्रति जागरुकता बढ़ाने वाला परिवेश बनाने के लिये प्रतिबद्ध है। बैंक नियंत्रण और सुरक्षा उपायों को बेहतर करता रहेगा। साइबर सुरक्षा उपायों भी गौर किया जायेगा ताकि जोखिम को कम से कम किया जा सके।
उन्होंने कहा कि 13.74 प्रतिशत के पूंजी पर्याप्तता अनुपात पर बैंक पूंजी के मोर्चे पर पूरी तरह से संतोषजनक स्थिति में है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में बैंक की 406 शाखायें घाटे में चल रही है। बैंक ने इन्हें बेहतर बनाने के लिये उचित कार्रवाई योजना तैयार की है।
खारा ने बताया कि वर्ष के दौरान बैंक ने 34,000 करोड़ रुपये के कर्ज को बट्टे खाते में डाला है।
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