देश की खबरें | स्पैडेक्स डॉकिंग: अंतरिक्ष यान 1.5 किमी की दूरी पर 11 जनवरी को करीब आएंगे

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. इसरो ने शुक्रवार को कहा कि वह ‘स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट’ (स्पैडेक्स) से संबंधित जिन दो उपग्रहों को एक साथ जोड़ने की उम्मीद कर रहा है, वे 1.5 किलोमीटर की दूरी पर हैं और 11 जनवरी को उन्हें काफी करीब लाया जाएगा।

बेंगलुरु, 10 जनवरी इसरो ने शुक्रवार को कहा कि वह ‘स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट’ (स्पैडेक्स) से संबंधित जिन दो उपग्रहों को एक साथ जोड़ने की उम्मीद कर रहा है, वे 1.5 किलोमीटर की दूरी पर हैं और 11 जनवरी को उन्हें काफी करीब लाया जाएगा।

स्पैडेक्स अंतरिक्ष डॉकिंग प्रयोग अब तक 7 जनवरी और 9 जनवरी को सार्वजनिक रूप से घोषित दो कार्यक्रमों के दौरान नहीं हो पाया।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अंतरिक्षयान 1.5 किमी की दूरी पर हैं और ‘होल्ड मोड’ पर हैं। कल सुबह तक इनके 500 मीटर की और दूरी तय करने की योजना है।’’

यह घोषणा अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा यह साझा किए जाने के एक दिन बाद आई कि उपग्रहों के बीच विचलन पर काबू पा लिया गया है तथा उन्हें एक-दूसरे के करीब लाने के लिए धीमी गति से विचलन पथ पर रखा गया है।

विचलन के कारण ‘डॉकिंग’ प्रयोग को दूसरी बार स्थगित करना पड़ा था।

इसरो ने 30 दिसंबर, 2024 को स्पैडेक्स मिशन का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया था।

प्रक्षेपण के बाद, इसरो ‘डॉकिंग’ की तैयारी कर रहा है जिसके लिए कई चरणों की आवश्यकता होती है।

अंतरिक्ष में ‘डॉकिंग’ एक जटिल प्रक्रिया है, जिसमें अब तक केवल तीन देश अमेरिका, रूस और चीन ही महारत हासिल कर पाए हैं।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\