सोनोवाल ने लोगों से कोरोना वायरस से निपटने के लिए धार्मिक रूझानों से ऊपर उठने की अपील की
सोनोवाल का बयान ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले ही ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के विधायक को पृथक वास केंद्रों और कोविड-19 मरीजों का इलाज कर रहे अस्पतालों की दशा के बारे में कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर गिरफ्तार कर लिया गया था । उन्होंने अस्पतालों को उन्हें निरोध केंद्रों से भी बदतर बताया था।
करीमगंज/ हैलाकांडी, आठ अप्रैल असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए लोगों को धार्मिक रूझानों से ऊपर उठाना चाहए । उन्होंने सांप्रदायिक बयान देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी ।
सोनोवाल का बयान ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले ही ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के विधायक को पृथक वास केंद्रों और कोविड-19 मरीजों का इलाज कर रहे अस्पतालों की दशा के बारे में कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर गिरफ्तार कर लिया गया था । उन्होंने अस्पतालों को उन्हें निरोध केंद्रों से भी बदतर बताया था।
सोनोवाल ने कहा, ‘‘ सभी को धार्मिक रूझानों से ऊपर उठना है और सांप्रदायिक रंग वाले बयानों से परहेज करना है।’’
मुख्यमंत्री इस बीमारी की तैयारी की समीक्षा के लिए बराक घाटी के जिलों में एक दिवसीय दौरे पर थे।
उन्होंने कहा, ‘‘ यह संक्रामक वायरस किसी भी धर्म, क्षेत्र,जाति, संप्रदाय, अमीर, गरीबी को नहीं जानता है और वह सभी भौगोलिक सीमा को पार कर जाता है। इस बड़ी चुनौती से निपटने के लिए हमें एकजुट होकर लड़ना है।’’
उन्होंने कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां शांति भंग करने के लिए सांप्रदायिक बयान देने वाले लोगों के खिालफ कड़ी कार्रवाई करेगी।
राज्य में कोविड-19 के 19 मामले सामने आये हैं।
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