हरारे, 23 मई. वित्तीय संकट से हताश जिंबाब्वे (Zimbabwe) के बल्लेबाज रेयान बर्ल (Ryan Burl) ने देश के क्रिकेट (Cricket) की खस्ताहाल की ओर ध्यान खींचते हुए फटे हुए जूतों की तस्वीर पोस्ट करके राष्ट्रीय टीम के प्रायोजन (Sponsorship) का आग्रह किया है. बर्ल की यह अपील काम कर गई और जूते बनाने वाली शीर्ष कंपनियों में शामिल प्यूमा (PUMA) ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रायोजन का वादा किया है. जब कुछ क्रिकेट बोर्ड प्रायोजन से ही करोड़ों डॉलर कमा रहे हैं तब बर्ल ने ट्वीट करके पूछा, ‘‘क्या कोई संभावना है कि हमें कोई प्रायोजक मिले जिससे कि हमें प्रत्येक श्रृंखला के बाद अपने जूते चिपकाने नहीं पड़ें.’’ बर्ल के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्यूमा क्रिकेट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (Social Media Platform) पर लिखा, ‘‘गोंद को फेंकने का समय आ गया है, हम आपको सहायता देंगे.’’ यह भी पढ़ें- Olympics 2028: ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने से क्या फायदा होगा? ICC ने बताया.
बायें हाथ के मध्यक्रम के बल्लेबाज 27 साल के बर्ल ने जिंबाब्वे की ओर से तीन टेस्ट, 18 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय और 25 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं. उन्होंने अपने जूतों की तस्वीर, गोंद और इसे ठीक करने के लिए कुछ सामान की तस्वीर ट्वीट की है. विश्व कप 1983 से पहले एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय टीम का दर्जा हासिल करने वाले जिंबाब्वे को 1992 में टेस्ट दर्जा मिला लेकिन पिछले कुछ समय से टीम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जूझ रही है.
रेयान बर्ल के ट्वीट का प्यूमा ने दी प्रतिक्रिया-
Time to put the glue away, I got you covered @ryanburl3 💁🏽 https://t.co/FUd7U0w3U7
— PUMA Cricket (@pumacricket) May 23, 2021
देश फ्लावर बंधुओं एंडी और ग्रांट, एलिस्टेयर कैंपबेल, डेव हॉटन, हीथ स्ट्रीक और नील जॉनसन जैसे खिलाड़ी तैयार करने में विफल रहा है. इन खिलाड़ियों ने जिंबाब्वे का प्रतिनिधित्व करते हुए काफी सफलता हासिल की.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने सरकारी हस्तक्षेप के कारण 2019 में देश के क्रिकेट बोर्ड को निलंबित कर दिया और पिछले साल टीम को टी20 विश्व कप क्वालीफायर में हिस्सा लेने से भी रोक दिया. बाद में हालांकि जिंबाब्वो को बहाल कर दिया गया. हाल में पाकिस्तान ने जिंबाब्वे में दो टेस्ट की श्रृंखला में क्लीनस्वीप करने के अलावा टी20 श्रृंखला 2-1 से जीती.