मुंबई, 26 अक्टूबर अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया आठ पैसे कमजोर होकर 83.25 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इस गिरावट के पीछे विदेशी बाजार में डॉलर की मजबूती और स्थानीय शेयर बाजार में भारी बिकवाली प्रमुख वजह रही।
बाजार सूत्रों के मुताबिक, विदेशी कोषों की निकासी और कच्चे तेल की कीमतों के 90 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंचने से भी भारतीय मुद्रा दबाव में रही।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 83.19 पर कमजोर खुला। दिन में यह 83.18 के उच्च स्तर और 83.25 के निचले स्तर तक जाने के बाद अंत में 83.25 प्रति डॉलर पर ही बंद हुआ। यह पिछले बंद भाव के मुकाबले आठ पैसे की गिरावट है।
बुधवार को रुपया एक पैसे की गिरावट के साथ 83.17 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में उछाल से रुपये पर दबाव पड़ा, लेकिन रिजर्व बैंक द्वारा डॉलर की बिक्री की रिपोर्ट ने गिरावट को थामने का काम किया।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.18 प्रतिशत की बढ़त के साथ 106.72 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.69 प्रतिशत की गिरावट के साथ 89.51 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 900.91 अंक की गिरावट के साथ 63,148.15 अंक पर बंद हुआ।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 7,702.53 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की।
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