Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश के कॉलेजों में वैकल्पिक विषय के रूप में जोड़ा गया ‘रामचरितमानस’
मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने सोमवार को कहा कि राज्य के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में स्नातक पाठ्यक्रमों के प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए कला संकाय में दर्शनशास्त्र के तहत एक वैकल्पिक विषय के रूप में महाकाव्य ‘रामचरितमानस’ की पेशकश की जाएगी.
भोपाल, 13 सितंबर : मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने सोमवार को कहा कि राज्य के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में स्नातक पाठ्यक्रमों के प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए कला संकाय में दर्शनशास्त्र के तहत एक वैकल्पिक विषय के रूप में महाकाव्य ‘रामचरितमानस’ की पेशकश की जाएगी.
यादव ने कहा कि पाठ्यक्रम समिति की सिफारिश पर श्री रामचरितमानस को शैक्षणिक सत्र 2021-22 से स्नातक (बीए) के प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए दर्शन विषय के तहत वैकल्पिक (वैकल्पिक) पाठ्यक्रम के रूप में पेश किया गया है. यह भी पढ़ें : Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में एक मकान में आग लगने से परिवार के चार सदस्यों की जलकर मौत
यादव ने कहा, ‘‘रामचरितमानस में विज्ञान, संस्कृति, साहित्य और ‘श्रृंगार’ (भारतीय शास्त्रीय कला के रूप में प्रेम और सौंदर्य की अवधारणा) का वर्णन है. यह किसी धर्म विशेष के बारे में नहीं है. हमने उर्दू गजल को भी एक विषय के रूप में प्रस्तुत किया है.’’