रेलवे 12 मई से चुनिंदा मार्गों पर यात्री ट्रेन सेवा बहाल करेगी, एक घंटे पहले पहुंचना होगा स्टेशन
भारतीय रेल ने कहा कि शुरुआत में सभी 15 राजधानी ट्रेनों के मार्गों पर वातानुकुलित सेवाएं शुरु होंगी और उनका किराया सुपर-फास्ट ट्रेनों के समान होगा।
नयी दिल्ली, 10 मई भारतीय रेल ने रविवार को कहा कि उसकी योजना 12 मई से चरणबद्ध तरीके से यात्री ट्रेन सेवाएं शुरू करने की है, और शुरुआत में चुनिंदा मार्गों पर 15 जोड़ी ट्रेनें (अप-एंड-डाउन मिलाकर 30 ट्रेनें) चलायी जाएंगी। साथ ही रेलवे ने कहा कि इन ट्रेनों में सीटें आरक्षित कराने वाले यात्रियों को प्रस्थान के समय से कम से कम एक घंटा पहले रेलवे स्टेशन पहुंचना होगा।
भारतीय रेल ने कहा कि शुरुआत में सभी 15 राजधानी ट्रेनों के मार्गों पर वातानुकुलित सेवाएं शुरु होंगी और उनका किराया सुपर-फास्ट ट्रेनों के समान होगा।
ये विशेष ट्रेनें नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन से चलेंगी और डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, मडगांव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मू-तवी को जाएंगी।
अधिकारी ने बताया कि श्रमिक ट्रेनों से उलट इन ट्रेनों के डिब्बों में सभी 72 सीटों पर बुकिंग होगी और इनके किराए में किसी भी प्रकार की छूट की संभावना भी नहीं है। गौरतलब है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में एक डिब्बे में अधिकतम 54 यात्रियों को यात्रा करने की अनुमति है।
कोविड-19 के मद्देनजर राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण 25 मार्च से ही सभी यात्री ट्रेन सेवाएं बंद हैं।
इन ट्रेनों में आरक्षण के लिए बुकिंग 11 मई शाम चार बजे से शुरू होगी। बुकिंग सिर्फ आईआरसीटीसी की वेबसाइट के जरिए की जा सकेगी।
अधिकारियों ने बताया कि आरक्षण के दौरान प्राप्त टिकटों पर ‘क्या करें और क्या ना करें’स्पष्ट रूप से लिखा होगा। उसमें दिशा-निर्देश भी शामिल होंगे, जैसे- कम से कम एक घंटा पहले रेलवे स्टेशन पहुंचना, प्रस्थान बिंदु पर मेडिकल जांच, कोरोना वायरस संक्रमण से जुड़े अन्य प्रोटोकॉल, मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग तथा आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना आदि।
उसने कहा कि सिर्फ वैध आरक्षित टिकटधारकों को रेलवे स्टेशन में प्रवेश की अनुमति होगी। उसने कहा कि यात्रियों के लिए प्रस्थान बिंदु पर मास्क पहनना और स्वास्थ्य जांच अनिवार्य होगी, सिर्फ उन्हीं लोगों को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति होगी जिनमें वायरस से संक्रमण के कोई लक्षण नजर नहीं आएंगे। अधिकारियो ने बताया कि यात्रा के दौरान ट्रेन बेहद कम स्टेशनों पर रुकेगी।
भारतीय रेल का कहना है कि इन 15 जोड़ी ट्रेनों के बाद वह अन्य मार्गों पर भी विशेष ट्रेनें चलाएगी। उसका कहना है कि 20,000 डिब्बे कोविड-19 देखभाल केन्द्र के रूप में आरक्षित करने और प्रवासी श्रमिकों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए रोजाना करीब 300 ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेनें चलाने के लिए डिब्बे आरक्षित रखने के बाद कोचों की उपलब्धता के आधार पर अन्य मार्गों पर यात्री सेवाएं बहाल की जाएंगी।
भारतीय रेल ने कहा कि स्टेशनों पर टिकट बुकिंग खिड़की बंद रहेगी, प्लेटफॉर्म टिकट सहित कोई काउंटर टिकट जारी नहीं होगा।
यह पूछने पर कि 17 मई को लॉकडाउन समाप्त होने पर यात्री ट्रेन सेवाओं की क्या स्थिति रहेगी, अधिकारियों ने कहा कि इसके बावजूद सेवाएं चरणबद्ध तरीके से शुरू की जाएंगी।
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