राहुल गांधी को अयोग्य ठहराया जाना लोकतंत्र की हत्या, ‘तानाशाही’ के अंत की शुरुआत: उद्धव ठाकरे

शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद की सदस्यता समाप्त किए जाने को लोकतंत्र की ‘‘हत्या’’ करार दिया और कहा कि यह ‘‘तानाशाही’’ के अंत की शुरुआत है.

मुंबई, 24 मार्च : शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद की सदस्यता समाप्त किए जाने को लोकतंत्र की ‘‘हत्या’’ करार दिया और कहा कि यह ‘‘तानाशाही’’ के अंत की शुरुआत है. ठाकरे ने एक बयान में कहा कि चोर को चोर कहना अपराध बन गया है, जबकि देश को ‘‘लूटने वाले’’ बाहर हैं. उन्होंने कहा, ‘‘यह लोकतंत्र की हत्या है. सभी एजेंसियां दबाव में हैं. यह तानाशाही के अंत की शुरुआत है... लड़ाई को अब केवल दिशा दिये जाने की जरूरत है.’’

केरल की वायनाड संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत द्वारा वर्ष 2019 के मानहानि के एक मामले में सजा सुनाये जाने के मद्देनजर शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहरा दिया गया. लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि उनकी अयोग्यता संबंधी आदेश 23 मार्च से प्रभावी होगा. यह भी पढ़ें : मध्यप्रदेश अधिवक्ता परिषद ने मुकदमे लम्बित होने के लिए न्यायाधीशों की कमी को जिम्मेदार ठहराया

अधिसूचना में कहा गया है कि उन्हें (राहुल गांधी) संविधान के अनुच्छेद 102 (1) और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 8 के तहत अयोग्य घोषित किया गया है. उल्लेखनीय है कि सूरत की एक अदालत ने ‘‘मोदी उपनाम’’ संबंधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में उन्हें बृहस्पतिवार को दोषी ठहराया तथा दो साल के कारावास की सजा सुनाई.

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