विदेश की खबरें | क्वाड देशों ने बुनियादी ढांचे पर सहयोग गहरा करने की प्रतिबद्धता जतायी

तोक्यो, 24 मई चार देशों के समूह क्वाड ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उत्पादकता और समृद्धि को बढ़ाने के मद्देनजर बुनियादी ढांचे पर सहयोग को गहरा करने पर सहमति जताई। साथ ही ऋण के मुद्दों के हल के लिए भी प्रतिबद्धता जताई गई क्योंकि कोविड महामारी के बाद से कई देशों के समक्ष दिक्कतें बढ़ गई हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बानीज के दूसरे क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि क्वाड साझेदार क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने के लिए दशकों के कौशल और अनुभव का उपयोग कर रहे हैं।

क्वाड नेताओं ने बुनियादी ढांचे के लिए सार्वजनिक और निजी निवेश को आकर्षित करने के वास्ते भागीदारों और क्षेत्र के साथ मिलकर काम करने को लेकर प्रतिबद्धता जतायी। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए क्वाड अगले पांच वर्षों में हिंद-प्रशांत में 50 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की बुनियादी ढांचा सहायता और निवेश का विस्तार करने की कोशिश करेगा।

बयान के मुताबिक, ''हम जी-20 साझा दृष्टिकोण के तहत ऋण के मुद्दों से निपटने के लिए देशों की क्षमताओं को मजबूत करने के वास्ते काम करेंगे। 'क्वाड ऋण प्रबंधन संसाधन पोर्टल' की मदद लेने के साथ ही संबंधित देशों के वित्तीय प्राधिकारों के साथ समन्वय स्थापित कर ऋण स्थिरता और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए काम किया जाएगा, जिसमें विभिन्न द्विपक्षीय और बहुपक्षीय क्षमता निर्माण सहायता शामिल है।''

नेताओं ने क्वाड बैठक के इतर चारों देशों के विकास वित्त संस्थानों और एजेंसियों की बैठक का स्वागत किया। नेताओं ने कहा कि वे हिंद-प्रशांत को बेहतर ढंग से जोड़ने के लिए विशेषज्ञों, क्षेत्र और एक-दूसरे के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।

नेताओं ने संयुक्त बयान में कहा, ''हम सहयोग को और गहरा करेंगे तथा क्षेत्रीय एवं डिजिटल कनेक्टिविटी, स्वच्छ ऊर्जा, जलवायु और ऊर्जा संबंधी क्षेत्रों में पूरक कार्यों को आगे बढ़ाएंगे जो क्षेत्र में सतत और समावेशी विकास के लिए हिंद-प्रशांत पर आसियान के दृष्टिकोण सहित क्षेत्र की प्राथमिकताओं को दर्शाता है।''

तेजी से बढ़ती डिजिटल दुनिया में साइबर खतरों की आशंका पर चिंता जताते हुए क्वाड नेताओं ने साइबर सुरक्षा को बढ़ाने के लिए सामूहिक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया।

स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत के लिए क्वाड के दृष्टिकोण को पूरा करने के मद्देनजर नेताओं ने खतरे की जानकारी साझा करने के साथ ही डिजिटल रूप से सक्षम उत्पादों और सेवाओं के लिए आपूर्ति श्रृंखला में संभावित जोखिमों की पहचान करके देशों के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की रक्षा में सुधार करने की प्रतिबद्धता जतायी है।

क्वाड साझेदार 'क्वाड साइबर सुरक्षा भागीदारी' के तहत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में क्षमता निर्माण कार्यक्रमों का समन्वय करेंगे। साथ ही चारों राष्ट्रों और हिंद-प्रशांत क्षेत्र के इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की मदद और उन्हें बेहतर साइबर सुरक्षा प्रदान करने के वास्ते पहले 'क्वाड साइबर सुरक्षा दिवस' की शुरुआत की जाएगी।

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