पीएम मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 'ड्रामेबाजी’ वाली टिप्पणी के लिए प्रवासी मजदूरों से मांगें माफी: कांग्रेस
कांग्रेस ने अपने गृहराज्य वापस लौट रहे प्रवासी श्रमिकों के साथ पार्टी नेता राहुल गांधी की बातचीत को ‘नाटक’ करार देने पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर रविवार को पलटवार किया और मांग की कि वह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रवासी मजदूरों से माफी मांगे. राजनीतिक दलों को प्रवासी श्रमिकों की मुश्किलों का राजनीतिकरण करने से बचना तथा जिम्मेदारीपूर्वक व्यवहार करना चाहिए.
नई दिल्ली: कांग्रेस (Congress) ने अपने गृहराज्य वापस लौट रहे प्रवासी श्रमिकों के साथ पार्टी नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की बातचीत को ‘नाटक’ करार देने पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) पर रविवार को पलटवार किया और मांग की कि वह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) प्रवासी मजदूरों से माफी मांगे. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि देश लाखों श्रमिकों एवं कर्मियों के इस अपमान के लिए सीतारमण को माफ नहीं करेगा.
उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा, "अपने घरों की ओर भूखे और प्यासे पैदल जा रहे प्रवासी श्रमिकों की बेबसी और दु:ख क्या सरकार को ‘ड्रामेबाजी’ लगती है?" उन्होंने कहा, "कृपा करके लाखों श्रमिकों का अपमान न कीजिए, अन्यथा देश आपको छोड़ेगा नहीं. इस असंवेदनशील एवं साहूकार सरकार और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को देश के श्रमिकों से माफी मांगनी चाहिए." सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी संकट की इस घड़ी में प्रवासी श्रमिकों का दुख साझा करने के लिए उनसे मिले थे. उन्होंने कहा, "यदि दुख साझा करना अपराध है तो कांग्रेस यह अपराध बार-बार करेगी."
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कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि जब वित्त मंत्री किसी आधिकारिक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रही हों, तो उनसे गंभीरता की अपेक्षा की जाती है. उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "उन्हें सवालों का जवाब देना चाहिए था, उन्हें सवाल पूछने नहीं चाहिए थे. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को निर्मला सीतारमण से यह सीखने की आवश्यकता नहीं है कि उन्हें कैसा आचरण करना है, क्या जवाब देना है और न ही यह जानने की जरूरत है कि कांग्रेस पार्टी में प्रवासी श्रमिकों के दुखों के प्रति कितनी करुणा है."
शर्मा ने कहा, "हम राजनीति नहीं करना चाहते, लेकिन सच्चाई यह है कि करीब दो महीने हो गए हैं और वे पीड़ा झेल रहे है, क्योंकि बिना किसी तैयारी, बिना किसी योजना और राज्यों के साथ बिना किसी समन्वय के चार घंटे में लॉकडाउन लागू किया गया और लाखों लोग फंस गए." उन्होंने कहा कि सरकार को इन श्रमिकों से माफी मांगनी चाहिए. उल्लेखनीय है कि सीतारमण ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि उसके नेता राहुल गांधी नाटक कर रहे हैं और राजनीतिक दलों को प्रवासी श्रमिकों की मुश्किलों का राजनीतिकरण करने से बचना तथा जिम्मेदारीपूर्वक व्यवहार करना चाहिए.
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