कोविड-19 लॉकडाउन के बीच ब्रिटिश संसद में आभासी चर्चाओं की तैयारी

हाउस ऑफ कॉमन्स के मुख्य कक्ष का डिजाइन 300 साल से भी पहले तैयार किया गया था और अब इसमें अभूतपूर्व बदलाव किये जाएंगे जिससे नेता वीडियो लिंक के जरिये बयान और प्रश्नकाल के सत्र को सुन सकें।

लंदन, 21 अप्रैल ब्रिटेन में ईस्टर के अवकाश के बाद से सांसद काम पर नहीं लौट पाएं हैं और ऐसे में संसद चाहती है कि सांसद हाउस ऑफ कॉमन्स में लौटें और आभासी यानी वर्चुअल चर्चाओं के लिए मंगलवार को एक कानून पारित करें और कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच ऐतिहासिक संसदीय व्यवस्था बनाएं।

हाउस ऑफ कॉमन्स के मुख्य कक्ष का डिजाइन 300 साल से भी पहले तैयार किया गया था और अब इसमें अभूतपूर्व बदलाव किये जाएंगे जिससे नेता वीडियो लिंक के जरिये बयान और प्रश्नकाल के सत्र को सुन सकें।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मंच जूम से 120 सांसद तक सरकार के मंत्रियों से सवाल कर सकेंगे जबकि मुख्य चर्चा कक्ष में एक बार में अधिकतम 50 लोगों की ही इजाजत होगी जिससे वे एक दूसरे से सुरक्षित दूरी पर बैठ सकें।

आम तौर पर कॉमन्स की बेंचों पर सांसदों की जगह आरक्षित करने के लिए इस्तेमाल होने वाले प्रेयर कार्ड्स की जगह हरे और लाल संकेत इस्तेमाल किये जाएंगे जो यह दर्शाएंगे कि अनुशंसित छह फीट की दूरी के मुताबिक उन्हें वहां बैठना चाहिए या नहीं।

नयी व्यवस्था 12 मई तक के लिये होगी लेकिन इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है।

सांसदों से औपचारिक मंजूरी मिलने पर यह व्यवस्था बुधवार से अमल में लाई जाएगी।

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