अर्जेंटीनाई मूल के पादरी, वायरस से अत्यधिक प्रभावित इतालवी शहर की जेल के पांच कैदी और वेटिकन के पांच डॉक्टर एवं नर्स की मौजूदगी में मंच तक पहुंचे।
उनकी उपस्थिति बीमारी के मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि थी जिसने इटली में करीब 19,000 लोगों की जान ले ली।
रोम के आलीशान ढंग से रोशन कोलोजियम (रोमनकाल का बड़ा कलागृह) के आस-पास होने वाला ‘वे ऑफ द क्रॉस’ समारोह 1964 से हर साल आयोजित होता है और आम तौर पर इसमें हजारों श्रद्धालु मौजूद रहते हैं।
वेटिकन और इटली दोनों में ही वायरस के चलते लॉकडाउन लागू है और 83 साल के पोप विश्व के 1.3 अरब कैथोलिक से लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए संवाद कर रहे हैं।
इससे पहले, पोप फ्रांसिस ने कहा था कि कोविड-19 मरीजों की देखभाल करते हुए संक्रमण की चपेट में आकर जान गंवाने वाले चिकित्साकर्मियों और पादरियों ने ‘‘प्रेम में अपनी जान दी है जैसे मोर्चे पर लड़ रहे सैनिक करते हैं।”
इटली में कई पादरियों और कम से कम 100 डॉक्टरों की कोरोना वायरस के कारण मौत हुई है।
एएफपी
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